आज के डिजिटल युग में अधिकतर लोग घंटों कंप्यूटर और लैपटॉप स्क्रीन के सामने बैठे रहते हैं। चाहे वर्क फ्रॉम होम हो या ऑफिस का माहौल, लंबे समय तक बैठना शरीर के लिए धीरे-धीरे खतरा बनता जा रहा है। गर्दन में अकड़न, पीठ दर्द, मोटापा और थकान जैसी समस्याएं आम हो चुकी हैं। लेकिन इनसे बचा जा सकता है एक आसान और असरदार स्ट्रेचिंग रूटीन से, जिसे विशेषज्ञ भी रोज़ाना अपनाने की सलाह देते हैं।
डॉक्टर की राय:
फिजियोथेरेपिस्ट और ऑर्थोपेडिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दिनभर में छोटे-छोटे स्ट्रेच ब्रेक लेने से न सिर्फ दर्द और जकड़न में राहत मिलती है, बल्कि ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और ऊर्जा भी बनी रहती है।
डेस्क वर्कर्स के लिए परफेक्ट स्ट्रेचिंग रूटीन:
1. नेक स्ट्रेच (Neck Stretch)
- गर्दन को धीरे-धीरे दाएं-बाएं, ऊपर-नीचे घुमाएं
- हर दिशा में 5-5 बार दोहराएं
- इससे गर्दन की जकड़न दूर होती है
2. शोल्डर रोल्स (Shoulder Rolls)
- कंधों को आगे और पीछे घुमाएं
- 10-10 बार करें
- लंबे समय तक बैठने से बनने वाले टेंशन को कम करता है
3. सीटेड स्पाइनल ट्विस्ट (Seated Spinal Twist)
- कुर्सी पर बैठकर शरीर को एक साइड घुमाएं, 10 सेकंड होल्ड करें
- दोनों साइड 2-2 बार करें
- रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है
4. लेग स्ट्रेच (Leg Stretch)
- एक पैर को सीधा आगे बढ़ाकर पंजा ऊपर की ओर खींचें
- जांघ और पिंडली की मांसपेशियां एक्टिव होती हैं
5. हैंड एंड रिस्ट स्ट्रेच (Hand & Wrist Stretch)
- टाइपिंग से थके हाथों को स्ट्रेच करें
- हथेलियों को जोड़कर ऊपर की ओर खींचें और फिर हल्के से हिलाएं
- इससे कार्पल टनल जैसी समस्याओं से राहत मिलती है
स्ट्रेचिंग कब करें?
- हर 1-2 घंटे में 5 मिनट का स्ट्रेचिंग ब्रेक लें
- कंप्यूटर के सामने बैठते वक्त 90-90-90 पोजिशन का ध्यान रखें (घुटना, कूल्हा, और कोहनी 90 डिग्री पर हों)
एक्स्ट्रा टिप्स:
- हर 30 मिनट में खड़े होकर 1-2 मिनट चलें
- हाइड्रेटेड रहें
- स्क्रीन की ऊंचाई आंखों के सामने रखें
- एर्गोनॉमिक चेयर का इस्तेमाल करें