राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है, जिससे शहर के कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। इस बाढ़ का असर दिल्ली मेट्रो की सेवाओं पर भी देखने को मिल रहा है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण सलाह जारी की है, जिसमें कहा गया है कि यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन तक पहुंचने वाले रास्ते बाढ़ के पानी में डूब गए हैं।
मार्ग बाधित, स्टेशन चालू
डीएमआरसी के मुताबिक, यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन की ओर जाने वाला संपर्क मार्ग फिलहाल दुर्गम हो गया है। हालांकि, मेट्रो स्टेशन खुद चालू है और ब्लू लाइन पर ट्रेनों का आवागमन सामान्य है। यात्री अभी भी स्टेशन के भीतर इंटरचेंज की सुविधा का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन उन्हें स्टेशन तक पहुंचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
यातायात पर भी असर
यमुना में जलस्तर बढ़ने से सिर्फ मेट्रो स्टेशन ही नहीं, बल्कि शहर की कई प्रमुख सड़कें भी प्रभावित हुई हैं। मजनू का टीला से सलीमगढ़ बाईपास तक आउटर रिंग रोड पर यातायात बाधित है और कई मार्गों को डायवर्ट किया गया है। ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से इन इलाकों में जाने से बचने और सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की अपील की है।
रिकॉर्ड स्तर पर यमुना का जलस्तर
यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और यह पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ चुका है। केंद्रीय जल आयोग (CWC) के अनुसार, यमुना का जलस्तर खतरे के निशान (205.33 मीटर) से काफी ऊपर है। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण स्थिति और गंभीर हो गई है।
नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह
दिल्ली सरकार और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने यमुना के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और लोगों को मदद पहुंचाई जा रही है। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से दूर रहें।