दिल्ली और पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि पंजाब के 23 जिलों में बाढ़ का कहर जारी है, जहां अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है।
यमुना का जलस्तर बढ़ा, निचले इलाकों में बाढ़
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर खतरे के निशान (205.33 मीटर) से काफी ऊपर है। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर और बढ़ गया है, जिससे निचले इलाकों में पानी घुस गया है। गीता कॉलोनी, यमुना बाजार और कश्मीरी गेट जैसे कई इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है, जिससे हजारों लोग बेघर हो गए हैं। प्रशासन ने प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया है और बचाव कार्य जारी है। मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में अगले कुछ दिनों तक और बारिश का अनुमान जताया है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
पंजाब में बाढ़ से तबाही, 37 लोगों की मौत
पंजाब भी इस वक्त बाढ़ की चपेट में है। राज्य के सभी 23 जिलों को बाढ़ प्रभावित घोषित कर दिया गया है। 1988 के बाद से यह सबसे भीषण बाढ़ है, जिसने 1400 से अधिक गांवों को प्रभावित किया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बाढ़ से अब तक 37 लोगों की जान जा चुकी है और 3.5 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। एनडीआरएफ, सेना और पुलिस की टीमें मिलकर लोगों को सुरक्षित निकालने और राहत सामग्री पहुंचाने में लगी हैं। राज्य सरकार ने सभी स्कूलों को 7 सितंबर तक बंद रखने का आदेश दिया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने दिल्ली और पंजाब दोनों ही राज्यों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। दिल्ली में जहां गरज के साथ मध्यम से तीव्र बारिश का अनुमान है, वहीं पंजाब में भी भारी बारिश से स्थिति और गंभीर होने की आशंका है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।