राजधानी दिल्ली और एनसीआर (नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद) में मंगलवार सुबह से शुरू हुई तेज बारिश ने पूरे क्षेत्र को ठंडक का एहसास दिला दिया है। जहां एक ओर लोगों को झुलसाती गर्मी और उमस से राहत मिली, वहीं दूसरी ओर कई इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी।
मानसून की दस्तक
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय हुए मानसूनी सिस्टम के चलते अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। विभाग ने अगले 48 घंटों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है, साथ ही गरज-चमक और तेज हवाओं की भी चेतावनी दी है।
तापमान में गिरावट
लगातार हो रही बारिश के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सोमवार को जहां पारा 40 डिग्री के करीब था, वहीं मंगलवार को अधिकतम तापमान 30-32 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया। ठंडी हवाओं के चलते लोगों को मौसम सुहाना लग रहा है।
ट्रैफिक और जलभराव की समस्या
बारिश के कारण दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों जैसे मयूर विहार, लाजपत नगर, पालम, नोएडा सेक्टर-62, गुरुग्राम के सोहना रोड, और गाजियाबाद के वसुंधरा में सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन गई है। इसके चलते सुबह और शाम के ऑफिस आवागमन में लोगों को भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा।
स्कूलों और दफ्तरों में असर
कुछ निजी स्कूलों ने बारिश के चलते बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छुट्टी की घोषणा की। वहीं, कई दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दी गई है।
मौसम विभाग की सलाह
मौसम विभाग ने नागरिकों को बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और जलभराव वाले क्षेत्रों में सतर्कता बरतने की सलाह दी है। दिल्ली-एनसीआर में मानसून की दस्तक से जहां गर्मी से राहत मिली है, वहीं बुनियादी ढांचे की पोल भी खुल गई है। जलभराव और ट्रैफिक जैसी समस्याएं एक बार फिर नगर निगम और सरकार के दावों पर सवाल खड़े कर रही है।