हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद, पाकिस्तान से जुड़े हैकर समूहों ने भारत की डिजिटल सुरक्षा को चुनौती देते हुए 15 लाख से अधिक साइबर हमले किए। हालांकि, इन हमलों में से केवल 150 ही सफल हो पाए, जो भारत की मजबूत साइबर सुरक्षा प्रणाली का प्रमाण है।
हमलों की विस्तृत जानकारी
- हमलों की संख्या: 15 लाख से अधिक
- सफल हमले: 150
- प्रमुख हैकर समूह: APT36 (Transparent Tribe), Team Insane PK, INDOHAXSEC, Desert Falcons
- प्रमुख लक्ष्य: सरकारी वेबसाइट्स, रक्षा संस्थान, बैंकिंग प्रणाली, और अन्य महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर
महाराष्ट्र साइबर विभाग ने इन हमलों की पुष्टि की है और बताया है कि ये हमले पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मोरक्को और मध्य पूर्व के देशों से किए गए थे। इन हमलों का उद्देश्य भारत की महत्वपूर्ण सेवाओं को बाधित करना और संवेदनशील जानकारी चुराना था।
भारत की प्रतिक्रिया
भारतीय साइबर सुरक्षा एजेंसियों ने इन हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है।
- CERT-In: भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने साइबर खतरों में वृद्धि की चेतावनी दी है और सभी सरकारी और निजी संस्थानों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है।
- भारतीय साइबर फोर्स (ICF): इस भारतीय हैक्टिविस्ट समूह ने पाकिस्तान के कई सरकारी और रक्षा वेबसाइट्स पर जवाबी हमले किए हैं, जिसमें उन्होंने पाकिस्तानी कर विभाग, सिंध पुलिस और बलूचिस्तान विश्वविद्यालय की वेबसाइट्स को निशाना बनाया।
- हैक्टिविस्ट वैनगार्ड (Hacktivist Vanguard): इस समूह ने भी पाकिस्तान की कई .gov.pk डोमेन वेबसाइट्स को डाउन किया है और पाकिस्तान पोस्ट जैसी सेवाओं को बाधित किया है।
जनता के लिए चेतावनी
पंजाब पुलिस और अन्य एजेंसियों ने “Dance of the Hillary” नामक खतरनाक मैलवेयर के बारे में चेतावनी जारी की है, जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से फैलाया जा रहा है। लोगों से आग्रह किया गया है कि वे अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें और अपने डिवाइस की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
भारत पर हुए इन साइबर हमलों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि डिजिटल युद्ध के इस युग में साइबर सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण है। हालांकि भारत ने इन हमलों का सफलतापूर्वक सामना किया है, लेकिन सतर्कता और सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की आवश्यकता है।