भारतीय जनता पार्टी (BJP) में एक बार फिर से नेतृत्व परिवर्तन की हलचल तेज हो गई है। साल 2025 के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, जैसे ही 19 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया पूरी होगी, उसके तुरंत बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
बीजेपी ने अब तक 14 राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है, जबकि बाकी 19 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया अभी बाकी है। इन राज्यों में बूथ, मंडल और जिला स्तर पर संगठनात्मक संरचना को फिर से स्थापित किया जाना है।
पार्टी की आंतरिक व्यवस्था के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तब तक नहीं हो सकता जब तक अधिकांश राज्यों में प्रदेश स्तर की संगठनात्मक प्रक्रिया पूरी न हो जाए। पार्टी का संविधान भी इस बात की अनुमति तभी देता है जब राज्यों की इकाइयाँ पूर्ण रूप से गठित हों।
कौन हो सकता है अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष?
हालांकि अभी तक बीजेपी नेतृत्व ने किसी भी चेहरे को लेकर कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन राजनीतिक हलकों में संभावित नामों पर चर्चा जरूर हो रही है। मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल 2024 में ही समाप्त हो चुका है, लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी ने उन्हें पद पर बनाए रखा था।
अब चुनाव संपन्न होने और नई सरकार के गठन के बाद पार्टी अपने संगठनात्मक ढांचे को नया रूप देने की ओर बढ़ रही है।
संगठन चुनाव की प्रक्रिया क्या होती है?
बीजेपी की आंतरिक लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत सबसे पहले बूथ, फिर मंडल, जिला और अंत में प्रदेश स्तर के चुनाव होते हैं। जब अधिकतर राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति हो जाती है, तब राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है।
क्या है पार्टी की रणनीति?
2029 के लोकसभा चुनाव और विभिन्न राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए पार्टी नेतृत्व चाहती है कि मजबूत और स्वीकार्य चेहरा संगठन की कमान संभाले। यही कारण है कि संगठनात्मक प्रक्रिया में कोई जल्दबाज़ी नहीं की जा रही है।
बीजेपी में जल्द ही नेतृत्व परिवर्तन देखने को मिल सकता है। जैसे ही शेष 19 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे होंगे, पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर सकती है। यह निर्णय संगठन को नए सिरे से तैयार करने और भविष्य की चुनावी रणनीतियों को धार देने के मकसद से अहम माना जा रहा है।