बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। अब चुनाव की तारीखों को लेकर भी स्थिति साफ होती नजर आ रही है। चुनाव आयोग (ECI) की एक उच्चस्तरीय टीम बुधवार को पटना पहुंची है। इस टीम का उद्देश्य राज्य की चुनावी तैयारियों की समीक्षा करना और संभावित चुनाव कार्यक्रम पर चर्चा करना है।
क्या है नया अपडेट?
- मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग की टीम ने पटना पहुंचकर बिहार के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक (DGP) और चुनाव अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की है।
- बैठक में चुनाव की तैयारियों, सुरक्षा व्यवस्था, मतदाता सूची, और लॉजिस्टिक्स जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई।
- सूत्रों के अनुसार, आयोग जुलाई के दूसरे सप्ताह तक बिहार चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है।
क्या बोले चुनाव आयोग के अधिकारी?
चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया से कहा: “बिहार में चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से कराने के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं। हम राज्य के सभी जिलों से फीडबैक ले रहे हैं और इसके आधार पर जल्द ही चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी।”
राजनीतिक हलचल तेज
तारीखों की घोषणा से पहले ही बिहार की सियासत में गर्मी बढ़ गई है।
- JDU, RJD, BJP और कांग्रेस सहित सभी प्रमुख दल अपनी तैयारियों में जुट गए हैं।
- पार्टियों ने टिकट बंटवारे, गठबंधन और प्रचार अभियानों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
- मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन भी बीते सप्ताह ही हो चुका है, जिसमें लगभग 7.3 करोड़ से अधिक मतदाता दर्ज किए गए हैं।
संभावित चुनाव टाइमलाइन
- चुनाव अक्टूबर-नवंबर 2025 में संभावित हैं।
- पिछली बार की तरह तीन से पांच चरणों में मतदान हो सकता है।
- नई तकनीकों जैसे फेशियल रिकग्निशन आधारित सत्यापन, AI आधारित निगरानी, और ईवीएम/वीवीपैट की ट्रैकिंग पर भी चर्चा हुई है।
सुरक्षा को लेकर सतर्कता
- नक्सल प्रभावित इलाकों में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी हो रही है।
- अर्धसैनिक बलों की तैनाती और संवेदनशील बूथों की पहचान का काम तेजी से किया जा रहा है।
चुनाव आयोग की पटना यात्रा से यह साफ हो गया है कि बिहार चुनाव की तारीखों की घोषणा अब ज्यादा दूर नहीं है। अगले कुछ दिनों में आधिकारिक घोषणा की संभावना है। इसके साथ ही राज्य में राजनीतिक गतिविधियां और तेज हो गई हैं और सभी दल अपने-अपने चुनावी रणनीति को धार देने में जुट गए हैं।