आज की तेज़ रफ्तार और आरामदायक जिंदगी में लोगों ने नंगे पैर चलना लगभग बंद कर दिया है। घर के अंदर भी चप्पल पहनना आम हो गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोजाना सिर्फ 30 मिनट नंगे पैर चलना आपके शरीर को गहराई से फायदा पहुंचा सकता है?
हालिया रिसर्च और हेल्थ एक्सपर्ट्स इस बात की पुष्टि करते हैं कि नंगे पैर चलना न सिर्फ आपके शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि मानसिक संतुलन के लिए भी बेहद लाभकारी है। कई रिसर्च में भी बताया गया है कि अगर आप हर दिन केवल 30 मिनट नंगे पैर घास या जमीन पर चलें, तो इससे न केवल आपकी फिजिकल हेल्थ में सुधार होता है, बल्कि मानसिक तनाव भी काफी हद तक कम हो जाता है, तो चलिए जानते हैं कि रोजाना 30 मिनट नंगे पैर चलने से शरीर में क्या-क्या बदलाव होते हैं और इससे क्या फायदे मिलते हैं।
रिसर्च क्या कहती है?
“Journal of Environmental and Public Health” में छपी एक स्टडी के मुताबिक, नंगे पैर धरती पर चलने को “Earthing” या “Grounding” कहा जाता है। इससे शरीर के भीतर मौजूद इलेक्ट्रॉनिक असंतुलन को ठीक किया जा सकता है, जिससे तनाव, सूजन और नींद की समस्याओं में सुधार होता है।
रोजाना 30 मिनट नंगे पैर चलने के फायदे:
- ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है – पैरों के संपर्क में आने वाली सतह नसों को एक्टिव करती है।
- तनाव और चिंता में राहत मिलती है – नंगे पैर चलने से Cortisol हार्मोन (Stress Hormone) कम होता है।
- नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है – दिन में नंगे पैर चलना स्लीप साइकिल को बैलेंस करता है।
- इम्यून सिस्टम मजबूत होता है – अर्थिंग से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है।
- घुटनों और रीढ़ को सपोर्ट मिलता है – जमीन से सीधा संपर्क पैरों के नैचुरल मूवमेंट को बढ़ाता है।
- एक्यूप्रेशर जैसा प्रभाव – पैरों के नीचे की नसों पर दबाव शरीर के कई हिस्सों को एक्टिव करता है।
ध्यान रखें:
- शुरुआत में घास, मिट्टी या रेत जैसी नेचुरल सतह पर चलें।
- कंक्रीट या गंदे रास्तों से बचें।
- डायबिटीज़ या पैरों की स्किन प्रॉब्लम हो तो डॉक्टर से सलाह लें।