अजीत डोभाल ने सोमवार 23 जून 2025 को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से बीजिंग में मुलाकात की थी। इस दौरान डोभाल ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए आतंकवाद के हर रूप और स्वरूप के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत पर जोर दिया। भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) की ओर से जारी बयान के मुताबिक, दोनों पक्षों ने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों में हाल के घटनाक्रम की समीक्षा की।
साथ ही आपसी रिश्तों को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसमें लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने पर भी चर्चा हुई ताकि दोनों देशों के संबंध मजबूत हो सकें। बैठक में डोभाल ने साफ कहा कि आतंकवाद का कोई भी रूप बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए और इसके खिलाफ सख्त कदम उठाना जरूरी है ताकि पूरे क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनी रह सके।
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक के दौरान भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने क्षेत्रीय सुरक्षा, सीमा विवाद और आतंकवाद के मुद्दों पर गंभीर बातचीत की। डोभाल ने बैठक में आतंकवाद को लेकर भारत की सख्त नीति दोहराई और स्पष्ट किया कि किसी भी देश द्वारा आतंकवाद को समर्थन देना या उसकी अनदेखी करना क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा है। उन्होंने बिना किसी देश का नाम लिए चीन को यह संकेत भी दिया कि सीमापार आतंकवाद पर ठोस कार्रवाई जरूरी है।
NSA डोभाल ने यह भी कहा कि SCO जैसे मंचों को आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने का संकल्प दोहराना चाहिए, ताकि स्थायी शांति और विकास सुनिश्चित हो सके। बैठक में भारत और चीन के बीच सीमा पर शांति बहाली के उपायों पर भी चर्चा हुई। दोनों देशों ने संवाद बनाए रखने पर सहमति जताई, लेकिन भारत ने यह स्पष्ट किया कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव खत्म होना आवश्यक है।