बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का संयोजक बनाए जाने की संभावनाएं प्रबल हो रही हैं। यह कदम भाजपा और जदयू के बीच गठबंधन को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
नीतीश कुमार को NDA संयोजक बनाए जाने की चर्चा
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने हाल ही में एक कार्यक्रम में नीतीश कुमार को उपप्रधानमंत्री और NDA संयोजक बनाए जाने का सुझाव दिया। हालांकि, जदयू ने इसे चौबे की व्यक्तिगत राय बताते हुए कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान आगामी चुनावों में गठबंधन की रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
सीट बंटवारे पर चर्चा
NDA के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर बातचीत जून के अंत या जुलाई की शुरुआत में होने की संभावना है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के संस्थापक जीतन राम मांझी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सभी सहयोगी दलों को सम्मानजनक संख्या में सीटें दी जाएंगी।
भाजपा की रणनीति
भाजपा के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने स्पष्ट किया है कि आगामी विधानसभा चुनावों में NDA प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस बारे में कोई भ्रम नहीं है और गठबंधन एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरेगा।
नीतीश कुमार को NDA संयोजक बनाए जाने की संभावित घोषणा और सीट बंटवारे पर चल रही चर्चाएं आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनजर गठबंधन की रणनीति को दर्शाती हैं। भाजपा और जदयू के बीच मजबूत होते संबंध और समन्वय से यह स्पष्ट है कि दोनों दल मिलकर चुनावी सफलता सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत हैं।