पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ा दिए हैं। इसी क्रम में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी घाटी का दौरा करने वाले हैं। उनके इस दौरे का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों की समीक्षा करना और सुरक्षा तैयारियों का firsthand आकलन करना है।
15 कोर और राष्ट्रीय राइफल्स के अधिकारी रहेंगे साथ
जनरल द्विवेदी के इस दौरे में 15 कोर के कमांडर और राष्ट्रीय राइफल्स के वरिष्ठ अधिकारी भी उनके साथ रहेंगे। सेना प्रमुख को घाटी और एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) पर तैनात बलों द्वारा उठाए गए हालिया काउंटर-टेररिज्म ऑपरेशनों और सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
हमले के बाद सतर्कता बढ़ी
पहलगाम में हालिया आतंकी हमले में भारतीय जवानों की शहादत के बाद पूरे क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इस दौरे के दौरान सेना प्रमुख आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए जारी रणनीतियों का जायज़ा लेंगे और ज़मीनी हकीकत पर अधिकारियों से सीधे संवाद करेंगे।
स्थानीय कमांडरों के साथ चर्चा
अपेक्षा की जा रही है कि जनरल द्विवेदी स्थानीय कमांडरों के साथ स्ट्रैटेजिक मीटिंग भी करेंगे, जिसमें मौजूदा हालात, ऑपरेशनल चुनौतियां और भविष्य की रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा होगी।
सेना प्रमुख का यह दौरा स्पष्ट संकेत देता है कि भारत की सुरक्षा एजेंसियां किसी भी चुनौती का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह सतर्क और प्रतिबद्ध हैं। इस तरह के हाई-लेवल विज़िट्स से जवानों का मनोबल बढ़ता है और साथ ही आतंकवाद के खिलाफ एक सख्त संदेश भी जाता है।