सिनेमा प्रेमियों के लिए एक बेहद खास और यादगार लम्हा तब देखने को मिला जब 44 साल बाद मशहूर फिल्म उमराव जान की भव्य वापसी हुई। साल 1981 में रिलीज़ हुई इस क्लासिक फिल्म को जब बड़े पर्दे पर एक बार फिर पेश किया गया, तो महफिल की रौनक बनीं खुद रेखा, जिन्होंने उमराव जान के किरदार को अमर बना दिया था।
मुंबई में आयोजित इस खास स्क्रीनिंग इवेंट में बॉलीवुड के कई नामचीन सितारे पहुंचे, लेकिन सारी निगाहें थीं सिर्फ और सिर्फ रेखा पर। पारंपरिक बनारसी साड़ी, गजरा और सोने के आभूषणों में सजी रेखा ने जैसे ही महफिल में कदम रखा, पूरा माहौल तालियों और कैमरों की चमक से गूंज उठा। उम्र को मात देती उनकी खूबसूरती और नजाकत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्यों रेखा को ‘स्टाइल और ग्रेस की देवी’ कहा जाता है।
फिर जीवंत हुईं उमराव जान की यादें
इस खास अवसर पर फिल्म की कई यादगार झलकियां दिखाई गईं। “इन आंखों की मस्ती के मस्ताने हजारों हैं…” और “दिल चीज क्या है…” जैसे गीतों ने सभी दर्शकों को उस दौर में लौटा दिया, जब रेखा की अदाएं हर दिल पर राज करती थीं। कार्यक्रम में मौजूद युवा कलाकारों से लेकर वरिष्ठ फिल्म समीक्षकों तक, सभी ने उमराव जान की गहराई और रेखा की अदाकारी को एक स्वर में सलाम किया।
रेखा का भावुक संदेश
इवेंट में रेखा ने भी मंच पर आकर दर्शकों का अभिवादन किया और भावुक होते हुए कहा,
“उमराव जान सिर्फ एक किरदार नहीं थी, वो मेरी आत्मा का हिस्सा बन गई थी। 44 साल बाद भी लोगों का प्यार देखना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।”
फिल्म की फिर से रिलीज क्यों?
‘उमराव जान’ की 4K रीस्टोर वर्जन को भारतीय फिल्म अभिलेखागार (National Film Archive of India) और एक प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म ने मिलकर दोबारा प्रस्तुत किया है। इसका उद्देश्य क्लासिक भारतीय सिनेमा को नई पीढ़ी के सामने लाना है।
यह आयोजन सिर्फ एक फिल्म की वापसी नहीं थी, बल्कि एक युग की वापसी थी। रेखा की मौजूदगी ने यह जता दिया कि वक्त चाहे जितना भी बीत जाए, कुछ किरदार और कुछ कलाकार अमर हो जाते हैं।