मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स (MCU) की बहुप्रतीक्षित फिल्म “Thunderbolts” आखिरकार रिलीज हो चुकी है और दर्शकों से इसे मिला-जुला नहीं, बल्कि काफी सकारात्मक रेस्पॉन्स मिल रहा है। फेज 5 की आखिरी फिल्म होने के नाते इस पर भारी दबाव था, और MCU की पिछली कुछ फ्लॉप या औसत फिल्मों के बाद ‘थंडरबोल्ट्स’ को लेकर उम्मीदें भी कम हो चली थीं।
लेकिन फिल्म ने दर्शकों को चौंकाया है। “अवेंजर्स की बी-टीम” कहे जाने वाले थंडरबोल्ट्स, यानी उन एंटी-हीरोज और अस्थायी टीममेट्स की यह कहानी एक्शन, इमोशन और डार्क ह्यूमर का ऐसा मिश्रण बन गई है, जो MCU के पुराने दिनों की याद दिला देती है।
कहानी की झलक:
यू.एस. एजेंट, येलोना बेलोवा, रेड गार्जियन, घोस्ट, टास्कमास्टर और बारन ज़ीमो जैसे किरदारों को एक साथ लाकर एक मिशन पर भेजा जाता है, जो न सिर्फ उनके अतीत से जुड़ा है, बल्कि MCU के भविष्य को भी प्रभावित करता है। कहानी में ट्विस्ट, विश्वासघात और टीम के भीतर संघर्ष को बहुत ही दमदार तरीके से पेश किया गया है।
निर्देशन और अभिनय:
जेक श्योर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में एक अलग ही सिनेमैटिक टोन देखने को मिलती है। यह न तो बहुत हल्की है और न ही ज़रूरत से ज़्यादा गंभीर, बिलकुल उसी बैलेंस के साथ जिसे MCU दर्शक मिस कर रहे थे।
फ्लोरेंस प्यू (येलोना) और सेबेस्टियन स्टैन (विंटर सोल्जर) ने शानदार परफॉर्मेंस दी है। ज़ीमो के किरदार में डैनियल ब्रुहल एक बार फिर छा गए हैं।
क्या अच्छा है:
- टीम डायनामिक्स और इंटरनल क्लैश
- डार्क और ग्रिटी टोन
- शानदार एक्शन सीक्वेंस
- MCU की थकी हुई लय में ताजगी
क्या कमज़ोर है:
- सेकेंड हाफ कुछ जगह धीमा पड़ता है
- कॉमिक रिलीफ की कमी महसूस होती है
- कुछ कैरेक्टर्स को और स्कोप मिल सकता था
Thunderbolts न केवल MCU के फेज 5 का सम्मानजनक समापन करती है, बल्कि दर्शकों को यह विश्वास भी दिलाती है कि मार्वल में अब भी दम है। बस उसे सही टीम और सही टोन चाहिए।
रेटिंग: ⭐⭐⭐⭐ (4/5)