जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्से की लहर है। इस हमले में निर्दोष नागरिकों की जान जाने से आम जनता से लेकर राजनीतिक और फिल्मी जगत तक हर कोई आक्रोशित है। इसी गुस्से की लहर ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। देश में पाकिस्तानी कलाकारों के खिलाफ माहौल बन गया है। सोशल मीडिया पर #BoycottPakArtists और #BanPakSingers जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। सिर्फ पाकिस्तानी एक्टर ही नहीं, बल्कि टेक्नीशियन, सिंगर्स और अन्य फिल्मी सहयोगियों को भी भारत में काम देने के विरोध में आवाज़ें तेज़ हो गई हैं।
बॉलीवुड में भी बंटा नजरिया
बॉलीवुड के कुछ जाने-माने चेहरों ने इस बॉयकॉट को समर्थन दिया है। कुछ प्रोडक्शन हाउस ने भी बयान जारी कर कहा है कि वे अब किसी भी पाकिस्तानी कलाकार के साथ सहयोग नहीं करेंगे। हालांकि इंडस्ट्री का एक तबका यह भी मानता है कि कला और राजनीति को अलग रखा जाना चाहिए, लेकिन पहलगाम हमले के बाद जनभावनाओं को नज़रअंदाज़ करना मुश्किल हो गया है।
पहले भी उठ चुकी है मांग
यह पहली बार नहीं है जब आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तानी कलाकारों के खिलाफ माहौल बना है। उरी और पुलवामा हमले के बाद भी ऐसा ही गुस्सा देखा गया था, जिसके बाद कई बड़े पाक कलाकारों को भारत में काम करने से रोक दिया गया था।
सरकार की प्रतिक्रिया का इंतज़ार
अब सभी की निगाहें केंद्र सरकार पर हैं , क्या कोई आधिकारिक निर्णय लिया जाएगा या यह फैसला फिल्म इंडस्ट्री और जनता पर छोड़ दिया जाएगा?
जनता का रुख साफ
सामान्य जनता का कहना है कि जब पाकिस्तान आतंकवाद को पनाह देता है, तब उसके कलाकारों को भारत में मंच नहीं दिया जाना चाहिए। एक यूज़र ने ट्वीट किया, “जो देश हमारे सैनिकों पर वार कर रहा है, उसके गायक हमारे स्टेज पर नहीं गा सकते।”
ऐसे हजारों ट्वीट्स और पोस्ट्स इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं।
पहलगाम आतंकी हमले ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच सांस्कृतिक रिश्तों को सवालों के घेरे में ला दिया है। देश की जनता इस बार न सिर्फ जवाब चाहती है, बल्कि ठोस कार्रवाई भी।