काजोल एक ऐसी अदाकारा है जिन्हें कोई भी रोल दें दिया जाए वह हर रुप में ढ़ल जाती है। इस दमदार एक्ट्रेस ने अपनी एक्टिंग से सभी दर्शकों का दिल जीता है। काजोल अपनी ने लाइफ में पहली बार एक हॉरर फिल्म की है जिससे दर्शकों को उनसे बहुत उम्मीदें है। आज कल हर कोई भेड़चाल कर हॉरर कॉमेडी फिल्में बना रहा है। तो आइए जानते है काजोल की यह फिल्म कैसी हैं-
काजोल ने हिंदी सिनेमा में कई तरह के किरदार निभाए हैं। ओटीटी पर पुलिस ऑफिसर या फिर वकील बनने के साथ-साथ बड़े पर्दे पर उनके रोमांटिक रोल्स… काजोल ने कभी भी अपनी परफॉर्मेंस से दर्शकों को निराश नहीं किया है। अब पहली बार काजोल किसी हॉरर जॉनर की फिल्म का हिस्सा हैं। उनकी लेटेस्ट मूवी मां हॉरर थ्रिलर ड्रामा है जो आज ही सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। इस फिल्म में काजोल एक मां बनी हैं, जो अपनी बेटी को शैतान से बचाने के लिए किसी भी हद तक गुजरने के लिए तैयार हो जाती हैं।
कहानी
ये कहानी है पश्चिम बंगाल में चंद्रपुर नाम की एक जगह की, यहां एक परिवार में लड़की की पैदा होते ही बलि दे दी जाती है. क्या है इसके पीछे की कहानी, क्या श्राप मिला है इस परिवार को, और सालों बाद जब इस परिवार की बहू काजोल अपनी बेटी के साथ यहां आती हैं तो कैसे एक राक्षस उसे और गांव की दूसरी लड़कियों को गायब करता है और फिर ये मां क्या करती है. यही इस फिल्म कहानी है जिसे पूरी तरह से आप ये फिल्म देखकर ही समझ पाएंगे.
ये एक अच्छी फिल्म है, ये फिल्म एक ठीक ठाक पेस पर चलती है, कहानी में ट्विस्ट एंड टर्न आते हैं, और आप ये जानना चाहते हैं कि इस कहानी के राज क्या हैं. वीएफएक्स अच्छे हैं, एंड के 10 मिनट कमाल के हैं. ये फिल्म अपने ट्रेलर जितनी दमदार नहीं है लेकिन खराब भी नहीं है. इसे एक अच्छी फिल्म कहा जा सकता है जो एक अपनी तरह को जोनर की फिल्म है. ये फिल्म कुछ अलग करने की कोशिश करती है और उसमें कुछ हद तक कामयाब होती है. कम से कम इस फिल्म को देखकर लगता है कि कुछ अलग करने का इरादा तो रखते थे इसमें मेकर्स, इस फिल्म में हॉरर का डोज काफी कम है या फिर कह लीजिए कुछ खास है ही नहीं, तो अगर आपको बहुत ज्यादा हॉरर वाली फिल्में पसंद हैं तो आप निराश हो सकते हैं लेकिन अगर माइथोलॉजिकल कहानियों में दिलचस्पी है तो आपको मजा आएगा, कुल मिलाकर ये फिल्म एक बार देखी जा सकती है .
राइटिंग और डायरेक्शन
Ajit jagtap, aamil keeyan khan,saiwyn quadras ने ये कहानी लिखी है और विशाल फुरिया ने डायरेक्ट किया है. कहानी में हॉरर का एलिमेंट और होना चाहिए था, कुछ सवाल अनसुलझे भी रह जाता है और कुछ चीजें अटपटी भी लगती हैं, उन्हें जस्टिफाई किया जाना चाहिए. डायरेक्शन ठीक है और बेहतर हो सकता था.
कुल मिलाकर ये फिल्म एक बार देखी जानी चाहिए ।
रेटिंग- 3 स्टार्स