हॉलीवुड की बेहतरीन थ्रिलर फिल्मों में से एक Companion अब ओटीटी पर रिलीज हो चुकी है। करीब 5 महीने पहले थिएटर्स में रिलीज हुई यह फिल्म दर्शकों के बीच सस्पेंस और साइंस-फिक्शन के लिए खासा चर्चा में रही थी। अब जो लोग इसे सिनेमाघर में मिस कर गए थे, उनके लिए अच्छी खबर है – Companion अब Amazon Prime Video पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है।
इस फिल्म में भविष्य की दुनिया, मिस्ट्री और थ्रिल का ऐसा कॉम्बिनेशन दिखाया गया है, जो दर्शकों को अंत तक कुर्सी से बांधे रखता है। फिल्म की कहानी इंसान और मशीन के बीच के संबंधों और भावनाओं पर केंद्रित है। अगर आपको Black Mirror या Ex Machina जैसी फिल्में पसंद हैं, तो Companion जरूर देखनी चाहिए। इसकी सिनेमैटोग्राफी, बैकग्राउंड म्यूजिक और अप्रत्याशित ट्विस्ट इसे थ्रिलर की कैटेगरी में एक बेहतरीन फिल्म बनाते हैं।
‘Companion’ का रिव्यू –
रेटिंग: ⭐⭐⭐⭐☆ (4/5)
अगर आपको सायंस-फिक्शन के साथ दिमागी खेल पसंद हैं, तो Companion आपके लिए एक परफेक्ट वॉच है। करीब पांच महीने पहले सिनेमाघरों में आई यह फिल्म अब Amazon Prime Video पर रिलीज हो चुकी है। और कहना गलत नहीं होगा कि यह फिल्म थ्रिलर जॉनर के फैंस को अंत तक बांधे रखने में कामयाब रहती है।
कहानी (Storyline):
Companion की कहानी एक ऐसे भविष्य पर आधारित है जहां इंसान और एआई के बीच की दूरी तेजी से खत्म हो रही है। फिल्म का मुख्य किरदार एक ऐसा व्यक्ति है जो अकेलेपन और जीवन की सच्चाइयों से जूझ रहा है। तभी उसकी जिंदगी में एक “कंपैनियन” यानी AI आधारित मशीन की एंट्री होती है – जो दोस्त भी है और रहस्य भी।
धीरे-धीरे कहानी में कई लेयर जुड़ती जाती हैं – भावनात्मक कनेक्शन, मशीनों पर निर्भरता और इंसानी फैसलों की सीमाएं। फिल्म सवाल उठाती है – क्या टेक्नोलॉजी इंसान के खालीपन को भर सकती है? या वह और भी गहरा अकेलापन ला सकती है?
अभिनय (Performances):
मुख्य कलाकार ने अपने किरदार को बेहतरीन ढंग से निभाया है। अकेलेपन, मानसिक संघर्ष और मशीन से बनते भावनात्मक रिश्ते को बहुत ही संवेदनशीलता से पेश किया गया है। सपोर्टिंग कास्ट भी प्रभावशाली है।
डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले:
निर्देशक ने फिल्म की गति को बहुत अच्छे से मैनेज किया है। शुरुआत थोड़ी धीमी हो सकती है, लेकिन एक बार जब कहानी पकड़ लेती है, तो दर्शक अंत तक कुर्सी से चिपक जाते हैं। स्क्रीनप्ले स्मार्ट है और कई जगह सोचने पर मजबूर करता है।
सिनेमैटोग्राफी और बैकग्राउंड म्यूजिक:
फिल्म की विजुअल्स बहुत ही शानदार हैं। सिनेमैटोग्राफी मूड को पूरी तरह सपोर्ट करती है – डार्क टोन, क्लोज शॉट्स और लो-लाइटिंग सीन आपको मूड में डुबो देते हैं। बैकग्राउंड म्यूजिक टेंशन और थ्रिल को और बढ़ा देता है।
क्या अच्छा है:
- अनोखा कॉन्सेप्ट और भविष्य की कल्पना
- थ्रिल और इमोशन का संतुलन
- स्मार्ट डायरेक्शन और सिनेमैटोग्राफी
- सोचने पर मजबूर करने वाली कहानी
क्या हो सकता था बेहतर:
- धीमी शुरुआत
- कुछ जगहों पर थोड़ी लंबाई खलती है
अंतिम बात (Verdict):
Companion एक इंटेलिजेंट थ्रिलर है जो मनोरंजन के साथ-साथ सोचने पर भी मजबूर करती है। यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, एक अनुभव है। अगर आप तकनीक और इमोशन की टकराहट पर बनी कहानियां पसंद करते हैं, तो यह फिल्म जरूर देखें।