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Aamir Fatima Controversy: दंगल की बेटी, ठग्स में बनी प्रेमिका, आमिर बोले – असल में थोड़ी न बाप हूं!’ आखिर क्या है सच?

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Aamir Khan: आमिर खान जब भी किसी फिल्म पर काम शुरू करते हैं, तो वो उसकी छोटी-छोटी चीज़ों पर भी काफी ध्यान देते हैं. हालांकि फिल्म ‘दंगल’ में फातिमा सना शेख को बेटी के किरदार में कास्ट करने के बाद जब ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ में एक्ट्रेस को आमिर की प्रेमिका के तौर पर कास्ट किया गया, तो ये मेकर्स को काफी अजीब लगा.

बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान ने हाल ही में एक पुराने विवाद पर चुप्पी तोड़ी है, जो उनकी फिल्म ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ से जुड़ा था। बात है फातिमा सना शेख की कास्टिंग की — जिन्होंने फिल्म ‘दंगल’ में आमिर की बेटी का किरदार निभाया था, लेकिन बाद में ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ में उनकी प्रेमिका के रूप में नजर आईं। इस बदले रिश्ते को लेकर कई लोगों ने सवाल उठाए और मेकर्स की आलोचना की।

अब आमिर खान ने इस पर खुलकर जवाब दिया है। उन्होंने कहा: “असल में थोड़ी न बाप हूं… एक्टिंग कर रहा था। लोग ये नहीं समझते कि हम कलाकार हैं। वो इतने मूर्ख नहीं हैं कि किसी को कास्ट करते वक्त उस किरदार का पिछला रोल भूल जाएं।”

क्या है पूरा मामला?

  • साल 2016 में फिल्म ‘दंगल’ रिलीज़ हुई थी, जिसमें फातिमा सना शेख ने गीता फोगाट की भूमिका निभाई थी और आमिर खान उनके पिता महावीर फोगाट बने थे।
  • दो साल बाद, 2018 में ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ आई, जिसमें फातिमा और आमिर लीड रोल में रोमांटिक एंगल के साथ नजर आए।
  • इस कास्टिंग चॉइस को लेकर सोशल मीडिया पर और इंडस्ट्री के भीतर कुछ लोगों ने सवाल उठाए थे कि कैसे एक ही एक्ट्रेस को पहले बेटी और फिर प्रेमिका बना दिया गया।

आमिर की सफाई और मेकर्स की सोच

आमिर खान का कहना है कि कलाकारों को उनके किरदारों के हिसाब से देखा जाना चाहिए, ना कि उनके पुराने रोल से। उन्होंने कहा कि “लोगों को समझना चाहिए कि एक्टिंग एक प्रोफेशन है। किरदार बदलते हैं, और कलाकार का काम होता है हर भूमिका में खुद को ढालना।”

फातिमा सना शेख का पक्ष

फातिमा ने भी पहले इस मुद्दे पर कहा था कि वह आमिर के साथ काम करके सीखती हैं और उनके साथ किसी भी भूमिका में काम करना उनके लिए गर्व की बात है।

सोच बदलने की जरूरत

यह मामला इंडस्ट्री में दो अहम चीज़ों को दर्शाता है:

  1. दर्शकों को रोल और रियलिटी के बीच फर्क करना सीखना होगा।
  2. कलाकारों को उनके काम के आधार पर जज करना चाहिए, उनके पिछले किरदारों के नहीं।

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