पौधों के लिए जितने मिट्टी और पानी ज़रूरी हैं, उतनी ही ज़रूरी है कम्पोस्ट यानि खाद। घर पर बनने वाली ऑर्गेनिक खाद सस्ती और ज़्यादा असरदार होती है।
लेकिन अगर आप भी मानते हैं कि कम्पोस्टिंग एक कठिन काम है, तो मिलिए गाज़ियाबाद की मंजुश्री लाड़िया से। यह एक नहीं, बल्कि कई अलग-अलग तरह की खाद घर पर ही बनाती हैं। उनकी इस मेहनत का ही नतीजा है कि उनकी बगिया हमेशा हरी-भरी रहती है।
मंजुश्री की मानें तो हर तरह की खाद को बनाने का तरीका एक जैसा ही है, लेकिन उनके इस्तेमाल और फ़ायदे अलग-अलग हैं। इसलिए वह तीन-चार गमलों में अलग-अलग तरह की खाद बनाती हैं।