Sikar Farmer: राजस्थान के सीकर जिले के प्रेमपुरा गांव निवासी जवान सिंह ने 2 साल पहले नर्सिंग की पढ़ाई छोड़ कर खेतीबारी का काम शुरू किया था. उन्होंने चार बीघा जमीन में फूलों की खेती करके लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं. जवान सिंह ने आसपास के लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं।
सीकर जिला के मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर, डांसरोली गाँव पंचायत के राजस्व गाँव प्रेमपुरा में एक ऐसा किसान है, जिनका नाम जवान सिंह दून है। सीकर के इस छोटे से गाँव में जवान सिंह ने एक नए दौर में किसानी को नई ऊचाईयों तक पहुँचाने का संकल्प किया है।
2014 में मेडिकल (नर्सिंग) की पढ़ाई पूरी करने के बाद, जवान सिंह ने जयपुर के एक बड़े अस्पताल में 1 साल तक काम किया। उनका काम जयपुर के बाद दिल्ली में एक एंबुलेंस सेवा में चला गया, जो कि संविदा पर था। हालांकि, जवान सिंह को यह नौकरी प्रसन्नता नहीं दिला पाई और उन्होंने नए संभाविताओं की खोज में गाँव प्रेमपुरा वापस लौटने का निर्णय किया।
मेडिकल की पढ़ाई के बावजूद, जवान सिंह को अच्छा रोजगार नहीं मिला और इसके कारण वे निराश हो गए। फिर एक दिन उन्हें यह विचार आया कि क्यों न परंपरागत खेती की जगह, नई तकनीकों और तरीकों को अपनाकर किसानी करें, जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि हो। इसके बाद उन्होंने इंटरनेट पर आधुनिक खेती के बारे में बहुत ही गहराई से अध्ययन किया, और इसके लिए 15 दिन तक रिसर्च की। इस अवधि के दौरान, जवान सिंह ने आधुनिक खेती के क्षेत्र में नई तकनीकों और उन्नत प्रणालियों को सीखने का निर्णय लिया। इंटरनेट से जुड़े और दूर-दूर से आए किसानों से मिलकर उन्होंने फूलों की खेती का निर्णय लिया। उन्होंने कोलकाता से विशेष किस्म के फूलों के पौधे मंगवाए, जो कि स्थानीय गेंदे के फूलों से अलग थे। इन पौधों की खासियत यह थी कि इनमें अधिक आकर्षकता थी और इसके कारण इनकी बाजार में कीमत भी अधिक थी। जवान सिंह ने इन पौधों को अच्छी मिट्टी और उपयुक्त वातावरण की देखभाल के साथ लगाना शुरू किया। उनकी मेहनत और सही तकनीकों के प्रयोग के बाद, कुछ महीनों में फूलों के पौधे बड़े हो गए और मंडी के व्यापारियों ने इन्हें उनके घर आकर खरीदने लगे।