सपने देखने की हिम्मत और उन्हें पूरा करने का जुनून – यही पहचान है बिहार के बेटे सुजीत माधव की, जिसने JEE Mains 2025 में शानदार प्रदर्शन कर देशभर में मिसाल कायम की है। सीमित संसाधनों के बावजूद सुजीत ने अपने लक्ष्य को कभी आंखों से ओझल नहीं होने दिया और आज वह इंजीनियर बनने की ओर मजबूती से कदम बढ़ा चुका है।
गांव से निकलकर देशभर में नाम किया रोशन
सुजीत बिहार के एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता एक मामूली किसान हैं और मां गृहिणी। आर्थिक तंगी और सुविधाओं की भारी कमी के बावजूद उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी। उन्होंने दसवीं कक्षा से ही इंजीनियर बनने का सपना देखा और दिन-रात मेहनत में जुटे रहे।
कोटा की तैयारी, बड़ी उम्मीद
बारहवीं के बाद सुजीत को कोटा में स्कॉलरशिप के जरिए एडमिशन मिला, जहां उन्होंने कठिन परिस्थितियों में रहकर लगातार पढ़ाई की। वे कहते हैं, “मैंने कभी कोचिंग के महंगे नोट्स या फैंसी गैजेट्स नहीं खरीदे। मेरे पास बस एक लक्ष्य था – JEE में टॉप करना।”
JEE Mains 2025 में शानदार प्रदर्शन
सुजीत ने JEE Mains 2025 में 99.2 परसेंटाइल स्कोर किया है, जिससे अब उनका सपना है कि वह IIT Kanpur या IIT Bombay में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करें। उनका प्रदर्शन न केवल उनके लिए बल्कि पूरे गांव और राज्य के लिए गर्व की बात है।
समाज के लिए प्रेरणा
सुजीत की सफलता उन हजारों छात्रों के लिए उम्मीद की किरण है जो मुश्किल हालात में भी हार नहीं मानते। उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर इरादा मजबूत हो तो कोई भी सपना छोटा नहीं होता।
सुजीत का संदेश
“अगर हालात मुश्किल हैं तो मेहनत और भी जरूरी हो जाती है। कभी हार मत मानो, क्योंकि सफलता सिर्फ किस्मत नहीं, मेहनत से मिलती है।”
सुजीत माधव की कहानी सिर्फ एक छात्र की नहीं, बल्कि भारत के हर उस युवा की है जो संघर्ष से घबराता नहीं, उसे सीढ़ी बनाकर ऊपर चढ़ता है। उनकी सफलता इस बात का प्रमाण है कि मजबूत इच्छाशक्ति, लगातार मेहनत और सही मार्गदर्शन से कोई भी छात्र JEE जैसे कठिन एग्जाम को पार कर सकता है।