Homeबिहाइंड स्टोरीलखनऊ की बेटी ने रचा इतिहास: धोबी की बेटी को अमेरिका से मिली प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप, देश का बढ़ाया मान

लखनऊ की बेटी ने रचा इतिहास: धोबी की बेटी को अमेरिका से मिली प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप, देश का बढ़ाया मान

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लखनऊ की दीपाली कन्नौजिया, जो एक धोबी की बेटी है। दीपाली ने अमेरिका में प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप प्राप्त कर अपने और अपने परिवार का नाम रोशन किया है। 16 वर्षीय दीपाली को अमेरिका के कैनेडी-लुगर यूथ एक्सचेंज एंड स्टडी प्रोग्राम के लिए चुना गया है। 

उत्तर प्रदेश की रहने वाली दीपाली कन्नौजिया ने पूरे प्रदेश और परिवार का नाम रोशन किया है। 10वीं क्लास में पढ़ने वाली दीपाली ने अपने सपने को पूरा करने के लिए एड़ी-चोटी की जोर लगा दी। गरीबी में पली-बढ़ी दीपाली के सपने हमेशा से बहुत बड़े थे। इसे सच कर दिखाने के लिए वह एक कमरे में बैठ कर पढ़ाई करती थी। इतनी मेहनत के बाद अब उसका चयन अमेरिकी विदेश विभाग के कैनेडी-लुगर यूथ एक्सचेंज एंड स्टडी प्रोग्राम के लिए हुआ। इसके लिए उसे स्कॉलरशिप प्रदान की जा रही है। 

दीपाली को मिली प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप

दीपाली उत्तर प्रदेश के लखनऊ से ताल्लुक रखती हैं। उनकी मां धोबी का काम करती हैं। परिवार आमदनी अधिक नहीं है। ऐसे में दीपाली ने बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया, ताकि मां को कुछ मदद मिल सके। दीपाली ने दिन-रात अपने सपने के लिए मेहनत की और अपने मुकाम को हासिल किया। स्कॉलरशिप मिलने के बाद दीपाली और उनका पूरा परिवार काफी खुश हैं। 

दीपाली ने कही ये बात

दीपाली देश में चुने गए 30 छात्रों में से एक है। स्कॉलरशिप मिलने के बाद दीपाली ने कहा-  ‘मैं इस स्कॉलरशिप कार्यक्रम के लिए पूरे भारत से चुने गए 30 छात्रों में से एक हूं। मैं इस प्रोग्राम के जरिए विभिन्न संस्कृतियों के बारे में जानने के लिए उत्सुक हूं। स्कॉलरशिप कार्यक्रम के तहत उसे देश-विदेश के छात्रों की सोच और संस्कृति को जानने और समझने का मौका मिलेगा।’ दीपाली को इस प्रोग्राम के लिए स्कॉलरशिप प्रदान की जा रही है, जिससे वह अमेरिका में पढ़ाई कर सकेगी।  दीपाली ने गरीबी में पली-बढ़ी, लेकिन उसने अपने सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की। 

कैनेडी-लुगर यूथ एक्सचेंज एंड स्टडी प्रोग्राम का उद्देश्य विभिन्न देशों के युवाओं को अमेरिकी संस्कृति और शिक्षा प्रणाली के बारे में जागरूक करना है।  यह कार्यक्रम 2003 से शुरू हुआ था और अब तक 45 देशों के 13 हजार छात्रों ने इसमें भाग लिया है। 

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