अलार्म को दूर रखें ताकि बंद करने लिए बिस्तर छोड़ना पड़े। इससे नींद की सुस्ती दूर होगी।
सुबह की रोशनी में समय जरूर बिताएं। यह रोशनी सोने-जागने के चक्र को संतुलित करती है।
सुबह की रोशनी नींद वाले हार्मोन मेलाटोनिन के स्राव को रोकती है। इससे अलर्टनेस बढ़ती है।
उठते ही पर्दे खोलकर रोशनी को अंदर आने दें। हो सके तो कुछ मिनट बाहर प्राकृतिक रोशनी में खड़े रहें
सुबह उठकर पानी जरूर पिएं। इससे मेटाबॉलिज्म तेज होता है। मानसिक स्पष्टता बढ़ती है।
जागने के तुरंत बाद फोन उठाने से बचें। इसके बजाय, पहले 30 मिनट खुद पर फोकस करें।
ठन्डे पानी से नहाये। ठंडा पानी रक्तसंचार और ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता बढ़ाता है। तनाव घटाने में मदद करता है।