भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने घर में खेली गई सीरीज में जीत हासिल करके टेस्ट क्रिकेट में अपनी ताकत दिखाई
भारत ने इंग्लैंड को 4-1 से हराया, उनकी 'बैजबॉल' बैटिंग रणनीति पर सवाल उठाते हुए शानदार वापसी की
भारत की जीत खास इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि विराट कोहली और मोहम्मद शमी जैसे बड़े खिलाड़ी सीरीज में नहीं खेल पाए थे
जबकि केएल राहुल और रविंद्र जडेजा भी पहले मैच के बाद चोट के कारण बाहर हो गए थे
रोहित शर्मा के नेतृत्व में टीम ने धैर्य नहीं खोया और लगातार चार मैच जीते
इस सीरीज में भारत ने रजत पाटीदार सहित पांच नए खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट में पहली बार खेलने का अवसर दिया
जिनमें से 4 खिलाड़ी ध्रुव जुरेल, आकाश दीप, और देवदत्त पडिक्कल सहित चार खिलाड़ियों ने साबित किया कि वे शीर्ष स्तर पर खेलने के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं
इन युवा खिलाड़ियों के बीच स्वयं कप्तान रोहित, उप-कप्तान जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन ने अच्छा प्रदर्शन करके उदाहरण पेश किया.
युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने रनों की भरमार लगाई, वहीं कुशल कुलदीप यादव ने अपने स्पिन का कमाल दिखाया।
इस जीत से पता चलता है कि भारत की नई पीढ़ी बड़ी भूमिकाएँ निभाने के लिए सजग है। यह भारत की अपनी जमीन पर 17वीं लगातार जीत है, जो कि एक प्रशंसनीय उपलब्धि है