सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है, जो इस वर्ष 18 सितंबर से शुरू होकर 2 अक्टूबर 2025 तक रहेगा। यह 15 दिवसीय अवधि अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने, उनका आशीर्वाद प्राप्त करने और उनकी आत्मा की शांति के लिए समर्पित है। इस दौरान तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म जैसे अनुष्ठान किए जाते हैं। मान्यता है कि इन अनुष्ठानों से पितर प्रसन्न होते हैं और अपने वंशजों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार, पितृ पक्ष के दौरान कुछ विशेष पेड़-पौधों के पास दीपक जलाने से न केवल नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, बल्कि पितरों का भी विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ पेड़-पौधों के बारे में, जिनके पास दीपक जलाना बेहद शुभ माना जाता है:
1. पीपल का पेड़: धार्मिक ग्रंथों में पीपल के पेड़ को अत्यंत पूजनीय माना गया है। यह भगवान विष्णु का निवास स्थान माना जाता है। पितृ पक्ष के दौरान पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना बहुत शुभ होता है। ऐसा करने से पितरों को शांति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। इसके साथ ही, यह माना जाता है कि ऐसा करने से बुरी शक्तियां और नकारात्मक ऊर्जा घर से दूर रहती हैं।
2. बरगद का पेड़: बरगद के पेड़ को भी हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है। यह ब्रह्मा, विष्णु और महेश- तीनों देवताओं का प्रतीक है। पितृ पक्ष के दौरान बरगद के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है और परिवार में शांति बनी रहती है। यह क्रिया पितरों को प्रसन्न करती है और उनकी आत्मा को मोक्ष प्रदान करने में मदद करती है।
3. तुलसी का पौधा: तुलसी को ‘विष्णुप्रिया’ के नाम से भी जाना जाता है और इसे देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। पितृ पक्ष में शाम के समय तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाना बेहद लाभकारी होता है। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि पितृ पक्ष में तुलसी को जल नहीं चढ़ाया जाता। तुलसी के पास दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और पितरों के आशीर्वाद से धन-धान्य की वृद्धि होती है।
4. शमी का पौधा: शमी का पौधा शनि देव और भगवान शिव को प्रिय है। इसे घर में लगाना और इसकी पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। पितृ पक्ष के दौरान शमी के पौधे के पास दीपक जलाने से पितरों को शांति मिलती है और परिवार में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। यह क्रिया व्यक्ति के जीवन से सभी प्रकार के कष्टों को कम करती है।
इन पेड़-पौधों के पास दीपक जलाते समय, आपको घी या तिल के तेल का उपयोग करना चाहिए और मन में अपने पितरों का स्मरण करना चाहिए। ऐसा करने से आपके घर का वातावरण शुद्ध होता है, नकारात्मकता दूर होती है और पितृ प्रसन्न होकर आपको सुख, समृद्धि और शांति का आशीर्वाद देते हैं।