खराब मौसम और भीषण भूस्खलन के कारण माता वैष्णो देवी की यात्रा लगातार 12वें दिन भी स्थगित रही। कटरा से भवन तक का पूरा रास्ता भूस्खलन की चपेट में आने से पूरी तरह तबाह हो गया है, जिससे श्रद्धालुओं के लिए आगे बढ़ना असंभव हो गया है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए यह फैसला लिया है।
बीते 26 अगस्त को हुए एक बड़े भूस्खलन की घटना में 34 लोगों की दुखद मौत हो गई थी, जिसके बाद से ही यह यात्रा रोकी गई है। इस त्रासदी के बाद, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने घटना के कारणों की विस्तृत जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया है। यह समिति भूस्खलन के कारणों का पता लगाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुझाव देगी।
घाटी में मौसम की स्थिति बेहद खराब बनी हुई है। डोडा जिले में बादल फटने से कई गांवों का संपर्क टूट गया है। राहत और बचाव कार्यों के लिए भारतीय सेना ने मोर्चा संभाला है और प्रभावित इलाकों में एक अस्थायी पुल का निर्माण किया है, ताकि गांवों तक मदद पहुंचाई जा सके।
खराब मौसम और भूस्खलन की वजह से पूरे जम्मू क्षेत्र में जनजीवन प्रभावित हुआ है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और यात्रा पर न निकलने की अपील की है जब तक कि मौसम सामान्य न हो जाए और मार्ग फिर से सुरक्षित न हो जाएं। यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है कि यात्रा फिर से कब शुरू होगी।