अक्सर लोग व्यस्त जीवनशैली के चलते या तो नींद पूरी नहीं कर पाते या फिर तनाव कम करने के लिए अल्कोहल का सहारा लेते हैं। लेकिन सवाल यह है कि दिमाग के लिए ज्यादा नुकसानदायक क्या है – अधूरी नींद या 3-4 बीयर पीना?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अधूरी नींद दिमाग की कार्यक्षमता पर गहरा असर डालती है। नींद पूरी न होने पर ब्रेन सेल्स की रिपेयरिंग प्रक्रिया बाधित हो जाती है, जिससे याददाश्त कमजोर होती है और निर्णय लेने की क्षमता घटती है। लगातार अधूरी नींद से डिप्रेशन और न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर तक का खतरा बढ़ सकता है।
वहीं, 3-4 बीयर का सेवन भी ब्रेन फंक्शन पर असर डालता है। अल्कोहल दिमागी कोशिकाओं की एक्टिविटी को धीमा कर देता है, जिससे एकाग्रता और प्रतिक्रिया क्षमता पर असर पड़ता है। लंबे समय तक नियमित रूप से बीयर पीने से लिवर और नर्वस सिस्टम पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि तुरंत असर के लिहाज से बीयर का सेवन ज्यादा खतरनाक है, लेकिन यदि कोई लगातार अधूरी नींद लेता है, तो इसका असर दीर्घकालिक और गहरा हो सकता है।
इसलिए, स्वस्थ दिमाग और शरीर के लिए नींद पूरी करना और अल्कोहल से दूरी बनाना दोनों ही जरूरी