बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि महज 24 घंटों के भीतर ही उनके ऊपर दो राज्यों में मुकदमा दर्ज किया गया है. ये मामला प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट शेयर करने के आरोप में दर्ज कराया गया है. तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया पर एक कार्टून शेयर किया था, जिसमें मोदी की गया रैली को “जुमलों की दुकान” बताया गया था. इसी को लेकर उनके खिलाफ यूपी और महाराष्ट्र में केस दर्ज किया गया है.
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली से बीजेपी के विधायक मिलिंद रामजी नरोटे की शिकायत पर राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने एम नरेंद्र मोदी के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिनक और अपमानजनक पोस्ट शेयर किया था. गढ़चिरौली पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 196(1)(ए)(बी), 356(2)(3), 352, 353(2) जैसी विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. वोटर अधिकार यात्रा के दौरान दर्ज हुए इन दो मामलों से तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
तेजस्वी ने क्या कहा था?
तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक कार्टून शेयर किया था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गया रैली को “बयानबाजी की दुकान” बताया गया था। रैली से पहले एक्स पर शेयर किए गए इस पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी को एक दुकानदार के रूप में दिखाया गया था. दुकान के साइन बोर्ड पर लिखा था, “बयानबाजी की मशहूर दुकान” साथ में दिए गए एक पोस्ट में तेजस्वी यादव ने मोदी से बिहार में एनडीए के 20 सालों के साथ-साथ अपने 11 साल के शासन का हिसाब देने को कहा था।
तेजस्वी ने लिखा था कि आज गया में झूठ और बयानबाजी की दुकान सजेगी! प्रधानमंत्री जी, गया में आप बेढंगी जुबान से आज झूठ और बयानबाजी का हिमालय खड़ा करेंगे, लेकिन बिहार की न्यायप्रिय जनता दशरथ मांझी की तरह आपके झूठ और बयानबाजी के इन विशाल पहाड़ों को ढहा देगी. अपने 11 साल और एनडीए सरकार के 20 सालों के शासन का हिसाब दो?”
पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और आगे की जांच जारी है। वहीं, RJD समर्थक इसे राजनीतिक प्रतिशोध बता रहे हैं। तेजस्वी यादव पहले भी कई बार केंद्र सरकार और पीएम मोदी की नीतियों पर निशाना साध चुके हैं। यह विवाद सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो गया है और लोग इसे लेकर अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से जोड़ रहे हैं, तो कुछ इसे पीएम के प्रति अपमानजनक बता रहे हैं।
पीएम मोदी ने साधा था आरजेडी पर निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिन गया कि जनसभा में आरजेडी पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि एक समय था जब “लालटेन राज में यहां कैसी दुर्दशा थी। लालटेन राज में ये इलाका लाल आतंक से जकड़ा था। माओवादियों के कारण शाम के बाद कहीं आना-जाना मुश्किल था। लालटेन राज में गयाजी जैसे शहर अंधेरे में डूबे रहते थे। इनकी सरकारों ने जनता के पैसों का मोल कभी नहीं समझा, इनके लिए जनता के पैसों का मतलब खुद की तिजोरी भरना था।