वोट चोरी’ के आरोपों को लेकर देश की राजनीति में घमासान तेज हो गया है। विपक्षी दलों ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी शुरू कर दी है।
इसी मुद्दे पर बिहार में चल रही SIR (Special Investigation Report) पर आम आदमी पार्टी (AAP) सांसद संजय सिंह ने संसद में निलंबन प्रस्ताव पेश किया। उनका कहना है कि चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं और इसकी जांच ज़रूरी है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या बोला चुनाव आयोग
चुनाव आयोग ने रविवार (17 अगस्त) को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, उसने कहा था कि वोट चोरी का आरोप झूठा है और इससे न आयोग डरता है और न ही मतदाता आयोग ने लोगों से अपील की थी कि वे अपने मतदान के अधिकार का जरूर इस्तेमाल करें। चुनाव आयोग ने इससे पहले राहुल गांधी के खिलाफ सख्ती दिखाते हुए उनसे सबूत मांगे थे।
वहीं, मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि “ऐसे झूठे आरोपों का असर न आयोग पर होगा और न ही मतदाताओं पर। चुनाव आयोग निडर होकर और निष्पक्षता से काम करता रहेगा। हमारा काम है कि राजनीति करने वालों से प्रभावित हुए बिना सभी मतदाताओं के लिए समान अवसर सुनिश्चित किया जाए।”
इस पूरे विवाद ने संसद से लेकर सियासी गलियारों तक गरमी बढ़ा दी है। अब देखना होगा कि विपक्ष महाभियोग प्रस्ताव को लेकर किस रणनीति के साथ आगे बढ़ता है और इस मुद्दे पर सत्तापक्ष का रुख क्या होगा।