प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में हिस्सा लेने और इसे संबोधित करने अमेरिका जा सकते हैं। कूटनीतिक सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच आमने-सामने की मुलाकात की संभावना है। यह मुलाकात ऐसे समय पर हो सकती है, जब अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत तक का टैरिफ लगाया है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ गया था। माना जा रहा है कि इस बैठक में व्यापार विवाद, रक्षा सहयोग, इंडो-पैसिफिक रणनीति और वैश्विक सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
कई अंतरराष्ट्रीय संबंध विशेषज्ञों का मानना है कि मोदी और ट्रंप के बीच सीधी बातचीत से हालिया तनाव को कम करने और आर्थिक-रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा देने का रास्ता खुल सकता है। साथ ही, यह मुलाकात भारत-अमेरिका रिश्तों में विश्वास बहाली का अहम कदम साबित हो सकती है। फिलहाल, आधिकारिक तौर पर इस मीटिंग की तारीख और एजेंडा की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अगर यह मुलाकात होती है तो यह दोनों देशों के लिए कूटनीतिक दृष्टि से बेहद अहम होगी।
पीएम UNGA का बनेंगे हिस्सा
यूएनजीए का 80वां सत्र 9 सितंबर को शुरू होगा। इसी महासभा का हिस्सा बनने के लिए पीएम अमेरिका की यात्रा कर सकते हैं। हाई लेवल जनरल डिबेट 23 से 29 सितंबर तक चलेगी, जिसमें ब्राज़ील पारंपरिक रूप से सत्र का पहला वक्ता होगा, उसके बाद अमेरिका होगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 23 सितंबर को महासभा को संबोधित करेंगे। भारत के साथ-साथ 26 सितंबर को इजराइल, चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश के सरकार प्रमुख भी संयुक्त राष्ट्र महासभा की आम बहस को संबोधित करेंगे।
पीएम और ट्रंप की हो सकती है मुलाकात
अमेरिका ने भारत पर पहले 25 प्रतिशत का टैरिफ लगाया था. इसी के बाद देश ने भारत के रूस के साथ तेल व्यापार के चलते अतिरिक्त 25 प्रतिशत का टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया. जिसके चलते अब देश पर 50 प्रतिशत का टैरिफ लगाया जा चुका है. इस टैरिफ के चलते दोनों देशों के रिश्तों में तनाव पैदा हो गया है. इसी बीच अमेरिका के साथ तनाव को देखते हुए माना जा रहा है कि पीएम का यह दौरा राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात का आधार बन सकता है. कई कूटनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि मोदी -ट्रंप की आमने-सामने की मीटिंग से संबंध को पटरी पर लाया जा सकता है.
इससे पहले पीएम मोदी फरवरी में अमेरिका के दौरे पर गए थे। जहां उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप से द्विपक्षीय वार्ता की थी। अपनी बैठक के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में मोदी और ट्रंप ने 2025 तक पारस्परिक रूप से लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (multi-sector Bilateral Trade Agreement) के पहले चरण पर बातचीत करने की योजना की घोषणा की थी।