कभी चर्चाओं में रहे SDM ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार वजह है एक नई शुरुआत और खुद को साबित करने की जिद. यूपी की बहुचर्चित ज्योति मौर्य-आलोक मौर्य विवाद को लेकर जहां एक समय हर मीडिया चैनल पर चर्चाएं हो रही थीं, वहीं अब दोनों ने खुद को मीडिया से पूरी तरह दूर कर कर लिया है. लेकिन रविवार को आलोक मौर्य को कानपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय विद्यालय परीक्षा केंद्र पर UPPSC RO/ARO की परीक्षा में शामिल होते देखा गया।
कभी पत्नी की कामयाबी में खुद को गर्व से भर देने वाले आलोक मौर्य अब अपने आत्मसम्मान और पहचान के लिए संघर्ष कर रहे हैं। एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य की निजी जिंदगी कुछ समय पहले सुर्खियों में आई थी, जब दोनों के रिश्तों में खटास खुलकर सामने आई थी। अब आलोक मौर्य एक नई प्रेरणा बनकर सामने आ रहे हैं।
हाल ही में उन्हें कानपुर में UPPSC RO/ARO परीक्षा में बैठते हुए देखा गया। लोगों की नज़रों में वो अब एक संघर्षशील और आत्मसम्मान से भरे व्यक्ति के रूप में उभर रहे हैं, जो अपनी पहचान बनाने के लिए किसी भी मेहनत से पीछे नहीं हट रहे।
पढ़ाई के सहारे पहचान की जंग:
एक समय था जब वो पत्नी की पढ़ाई के लिए अपना सब कुछ समर्पित कर चुके थे। लेकिन हालात ने ऐसी करवट ली कि रिश्ता टूटा और अब आलोक खुद हर प्रतियोगी परीक्षा में बैठकर अफसर बनने की राह पर चल पड़े हैं। वे ना सिर्फ UPPSC बल्कि SSC और रेलवे जैसी तमाम परीक्षाओं में लगातार शामिल हो रहे हैं।
आलोक मौर्य बोले:
“अब किसी को कुछ साबित नहीं करना… बस खुद को साबित करना है। ” उनका यह जवाब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोग उन्हें “संघर्ष की मिसाल”, “रियल इंस्पिरेशन” और “न्यू आइकन ऑफ सेल्फ रेस्पेक्ट” कहकर बुला रहे हैं।
सोशल मीडिया रिएक्शन:
जहां एक तबका ज्योति मौर्य को सपनों की मिसाल मानता रहा है, वहीं अब आलोक मौर्य को लोग “सम्मान और आत्मनिर्भरता की नई पहचान” बता रहे हैं। कई लोग उन्हें पुरुषों के लिए प्रेरणादायक उदाहरण मान रहे हैं जो हार नहीं मानते।