वाराणसी देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में शुमार काशी विश्वनाथ मंदिर को अब और भी अधिक स्वच्छ और पर्यावरण अनुकूल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। काशी विश्वनाथ न्यास परिषद ने निर्णय लिया है कि सावन महीने से मंदिर परिसर में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा दी जाएगी।
मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि यह निर्णय श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। अब श्रद्धालु प्लास्टिक की थैली, बोतल या किसी भी अन्य प्लास्टिक सामग्री के साथ मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
सावन में लाखों की संख्या में भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। प्रशासन का मानना है कि इस दौरान जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को प्लास्टिक मुक्त दर्शन के लिए प्रेरित किया जाएगा।
स्थानीय दुकानदारों और प्रसाद विक्रेताओं को भी वैकल्पिक पैकेजिंग जैसे कागज या कपड़े की थैली अपनाने के निर्देश दिए गए हैं। यह निर्णय पर्यावरण सरंक्षण के साथ-साथ मंदिर की गरिमा को बनाए रखने की दिशा में एक सराहनीय कदम माना जा रहा है।