मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव स्थित बागेश्वर धाम में गुरुवार सुबह एक बड़ी दुर्घटना हो गई। पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के जन्मदिन (3 जुलाई) से ठीक एक दिन पहले, सुबह की आरती संपन्न होने के कुछ ही मिनटों बाद दर्शनार्थियों के लिए लगाए गए टीन शीट का शेड भरभराकर गिर गया।
बताया जा रहा है कि सुबह लगभग 7:30 बजे आरती के बाद श्रद्धालुओं की भारी भीड़ शेड के नीचे खड़ी थी। अचानक शेड का एक कोना टूटते ही पूरा ढांचा ऊपर से नीचे आ गिरा। हादसे में तत्काल एक महिला की मौत हो गई, जबकि आसपास खड़े दस लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है; घायल सभी श्रद्धालुओं को तत्काल स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां चार की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें रिफर कर दिया गया।
घटना के बाद धाम प्रबंधन समेत स्थानीय प्रशासन और पुलिस तत्परता दिखाती हुई मौके पर पहुंची। जिला पंचायत सीएमओ डॉक्टर अनुपम शर्मा ने बताया कि सभी घायलों को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की जा रही है और गंभीर रूप से घायल चारों को बेहतर इलाज के लिए छतरपुर मेडिकल कॉलेज भेजा जाएगा।
बागेश्वर धाम के कार्यवाहक प्रबंधक मोहिंदर पांडेय ने दुख जताते हुए कहा, “यह हादसा भयावह था। हमने तुरंत राहत व बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन एक जान चली गई, जिसका हमें दुख है। टीन शेड की मजबूती पर पुनर्विचार करेंगे और भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए प्रमुख सुधार करेंगे।”
स्थानीय लोग दुर्घटना के समय शेड की स्थिति पर भी सवाल उठा रहे हैं। कई श्रद्धालुओं ने कहा कि शेड में जंग के निशान पहले से थे, लेकिन मरम्मत नहीं कराई गई। उधर, पुलिस ने मुआयना कर पिता-आश्रित अनुशासन स्पष्ट करने के लिए धाम कर्मचारियों के बयान दर्ज करना शुरू कर दिया है और जिम्मेदारों की लापरवाही पाई जाने पर कार्रवाई की बात कही है।
पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने हादसे पर गहरा दुख प्रकट करते हुए परिवारजन व घायलों के बेहतर इलाज और मुआवजे का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता पीड़ितों को हर संभव सहायता पहुंचाना है। दोषी मिले तो उचित कार्रवाई होगी।”
दुर्घटना ने बागेश्वर धाम के सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जन्मदिन के जश्न से पहले आई यह त्रासदी स्थानीय प्रशासन और मंदिर प्रबंधन दोनों के लिए एक गंभीर चेतावनी बनकर सामने आई है कि तीर्थस्थलों पर भीड़ और संरचनात्मक गुणवत्ता की सुरक्षा सुनिश्चित करना कितना जरूरी है।