बैंकॉक में इस समय सियासी हलचल मची हुई है। जबसे थाईलैंंड की पीएम शिनावात्रा को उनके पद से हटाया गया गया, लेकिन थाईलैंड के सत्ता के खेल में वो अब भी बोर्ड पर मौजूद हैं. गुरुवार को उन्होंने नए कैबिनेट मंत्रियों के साथ कल्चर मिनिस्टर के तौर पर शपथ ली. ये कदम ऐसे वक्त उठाया गया है जब वो कंबोडियाई नेता से विवादास्पद बातचीत को लेकर एक एथिक्स जांच का सामना कर रही हैं.
थाईलैंड की सस्पेंडेड प्रधानमंत्री यिंगलुक शिनावात्रा ने गुरुवार को नए कैबिनेट मंत्रियों के साथ शपथ ग्रहण की, जब वह एक एथिक्स जांच के दायरे में हैं। सत्ता बचाने के लिए यह कदम उनके राजनीतिक कौशल की ताज़ा मिसाल माना जा रहा है।
शपथ ग्रहण समारोह में यिंगलुक ने कहा कि “देश को स्थिरता और डिजिटल विकास दोनों की जरूरत है, और मैं इसी दिशा में काम करूंगी।” शिनावात्रा को इस नए मंत्रिमंडल में ‘डिजिटल इकोनॉमी एवं सोशल ट्रांसफॉर्मेशन’ मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। सरकार का दावा है कि इस पोर्टफोलियो के जरिए देश की डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को तेज़ी से विकसित किया जाएगा।
हालाँकि, इस बीच शिनावात्रा पर गंभीर एथिक्स गड़बड़ियों का आरोप है, जिसके तहत उन्हें सरकारी फंड के अनुचित खर्च और अधिकारी-नियुक्ति के मामलों की जांच का सामना करना पड़ रहा है। विपक्षी दलों ने उनके शपथ ग्रहण को “प्रशासन का दांव” बताया, जबकि समर्थक इसे “लोकतंत्र की मजबूती” करार दे रहे हैं।
पूर्व सेना प्रमुख जनरल प्रकाशित चाओकिट ने टिप्पणी की, “यह रणनीति यिंगलुक को राजनीतिक रूप से बचाने की कोशिश है, लेकिन जांच रिपोर्ट आने पर असली परीक्षा सामने आएगी।” इस शपथ ग्रहण के बाद अब सभी की नज़रें जल्द आने वाली एथिक्स रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो तय करेगी कि क्या शिनावात्रा अपना तीसरा कार्यकाल पूरा कर पाएंगी।
शपथ तो ली, पर सवालों से दूरी
पैटोंगतर्न गुरुवार को मुस्कुराते हुए गवर्नमेंट हाउस पहुंचीं और बाकी मंत्रियों के साथ शपथ ली, लेकिन मीडिया के सवालों से बचती रहीं, इस दौरान कार्यवाहक प्रधानमंत्री सुरिया जुंगरुंगरेंगकित ने नई कैबिनेट को राजा महा वजिरालोंगकोर्न से अनुमोदन दिलाया।
कोर्ट का फैसला अब बाकी है
थाईलैंड की संवैधानिक अदालत ने इस याचिका को सर्वसम्मति से सुनवाई के लिए मंज़ूर कर लिया और 7-2 वोट से उन्हें तत्काल सस्पेंड कर दिया. कोर्ट ने उन्हें 15 दिन में जवाब दाखिल करने का मौका दिया है। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि कोर्ट क्या फ़ैसला सुनाती है।