हिमाचल प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हो रही भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं का असर अब बिहार में दिखने लगा है। तेज बारिश का पानी यूपी होते हुए बिहार की सीमा में प्रवेश कर गया है, जिससे गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. बुधवार को बक्सर में गंगा 1.66 मीटर तक उफन गई, जिससे स्थिति को गंभीर मानते हुए जल संसाधन विभाग ने गंगा से सटे सभी जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है।
उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश और हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटनाओं का प्रभाव अब बिहार पर भी दिखने लगा है। गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और बक्सर से लेकर कहलगांव तक के इलाकों में खतरे की घंटी बज चुकी है। जल संसाधन विभाग के मुताबिक, गंगा नदी कई जगहों पर खतरे के निशान को पार करने के करीब है। विभाग ने पटना, बक्सर, भोजपुर, सारण, भागलपुर, कहलगांव और कटिहार जैसे तटीय जिलों के लिए विशेष बाढ़ अलर्ट जारी किया है।
क्या है कारण?
- हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हो रही मूसलधार बारिश ने गंगा और उसकी सहायक नदियों के जलस्तर को तेजी से बढ़ाया है।
- जल का बहाव बिहार की तरफ बढ़ रहा है, जिससे स्थिति गंभीर होती जा रही है।
प्रशासन अलर्ट पर
- तटबंधों की निगरानी तेज कर दी गई है।
- एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें स्टैंडबाय पर हैं।
- संवेदनशील इलाकों में नाव, राहत सामग्री और अस्थायी शिविरों की व्यवस्था की जा रही है।
आम जनता से अपील
- प्रशासन ने गंगा किनारे बसे लोगों से अपील की है कि वे नदी के पास न जाएं।
- पशुओं और जरूरी सामान को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की सलाह दी गई है।
हो सकता है असर?
- निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ की आशंका।
- कृषि भूमि डूबने का खतरा।
- गांवों का संपर्क कटने की आशंका।