‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सफलता पूर्वक अंजाम दिए जाने के कुछ ही दिन बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की पहली बैठक होने जा रही है। यह मीटिंग सिर्फ एक रूटीन चर्चा नहीं बल्कि मोदी सरकार 3.0 के लिए रणनीतिक वर्ष की दिशा तय करने वाला महत्वपूर्ण पड़ाव साबित हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार, मोदी कैबिनेट की यह बैठक बेहद गोपनीय रखी जा रही है, और इसमें कुछ ऐसे अहम फैसलों पर चर्चा संभव है जो आने वाले महीनों में न केवल प्रशासनिक दिशा तय करेंगे, बल्कि राजनीतिक समीकरणों को भी बदल सकते हैं।
क्या हो सकते हैं संभावित बड़े फैसले?
- राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी नई नीति या ऑपरेशन पर मुहर
- आर्थिक मोर्चे पर मिड-टर्म राहत पैकेज या नई योजनाओं की घोषणा
- महिला सशक्तिकरण से जुड़ी बड़ी योजना (संभावित “सिंदूर मिशन” एक्सटेंशन)
- 2026 तक राज्यों के चुनावों की रणनीति तय करना
- नए मंत्रालयों या प्रमुख चेहरों की नियुक्ति/रोल रिव्यू
पृष्ठभूमि – ऑपरेशन सिंदूर क्या था?
हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत सरकार ने आतंकवाद और सीमावर्ती राज्यों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक गोपनीय रणनीतिक कार्रवाई को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन ने मोदी सरकार की सख्त नीति और मजबूत इरादों को फिर से दुनिया के सामने रखा है।
यह मीटिंग क्यों अहम है?
- मोदी सरकार 3.0 के पहले वर्ष का आकलन
- 2024 के लोकसभा जनादेश के बाद की पहली बड़ी समीक्षा बैठक
- 2025–2029 तक की योजनाओं का ब्लूप्रिंट