आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव और उनकी पत्नी अनुष्का के बीच चल रहे विवाद ने एक बार फिर सुर्खियां बटोर ली हैं। यह निजी मामला अब राजनीतिक और पारिवारिक हलकों में चर्चा का केंद्र बन गया है, क्योंकि इस पूरे विवाद पर परिवार के भीतर मतभेद खुलकर सामने आ रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, यादव परिवार के कई सदस्य इस विवाद पर मौन हैं या साफ-साफ किसी का पक्ष नहीं ले रहे, लेकिन हैरानी की बात ये है कि इस तनावपूर्ण माहौल में एक बाहरी व्यक्ति ने तेज प्रताप का खुलकर समर्थन किया है। कहा जा रहा है कि यह शख्स तेज प्रताप के पुराने करीबी और राजनीतिक सलाहकारों में से एक है, जो अब सार्वजनिक रूप से उनके साथ खड़ा दिख रहा है। वहीं, अनुष्का के पक्ष में कुछ पारिवारिक सदस्य सहानुभूति जताते दिख रहे हैं, लेकिन उन्होंने भी कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है।
इस विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर भी चर्चाएं तेज हैं। लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या ये विवाद निजी है या इसके पीछे राजनीतिक समीकरण और छवि निर्माण की कोई रणनीति भी छुपी है? अब सबकी नजरें इस पर हैं कि क्या लालू यादव या रबड़ी देवी इस मामले में खुलकर हस्तक्षेप करेंगे या पारिवारिक सुलह की कोई कोशिश सामने आएगी।
परिवार के बयानों से समझिए कौन क्या कह रहा –
लालू यादव- सबसे पहले लालू यादव ने ही एक्स पर पोस्ट किया था. उन्होंने तेज प्रताप के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए एक्स पर पोस्ट कर लिखा था, “अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी. उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है.”
मीसा भारती- इस पूरे मामले में तेज प्रताप की बहन मीसा भारती ने कहा है कि हमारे परिवार के मुखिया और हमारे पिता ने अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है, अब हमें कुछ और नहीं बोलना.
रोहिणी आचार्य- रोहिणी आचार्य ने लालू के ट्वीट के बाद एक्स पर पोस्ट कर कहा था, “हमारे लिए पापा देवतुल्य हैं, परिवार हमारा मंदिर व गौरव और पापा के अथक प्रयासों-संघर्षों से खड़ी की गई पार्टी व सामाजिक न्याय की अवधारणा हमारी पूजा, इन तीनों की प्रतिष्ठा पर किसी की वजह से कोई आंच आए ये हमें कदापि स्वीकार्य नहीं.”
तेजस्वी यादव- तेज प्रताप को लेकर तेजस्वी ने कहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपनी भावना स्पष्ट कर दी है. हमें यह सब चीज ना तो अच्छी लगती है और ना ही हम इसको बर्दाश्त करते हैं. जहां तक बड़े भाई की बात है, वह एडल्ट हैं, उनको अधिकार है वह क्या निर्णय लेते हैं.
राबड़ी देवी- हालांकि मां राबड़ी देवी की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है. ना तो वे मीडिया के सामने आई हैं ना ही उनके एक्स हैंडल से इस पूरे विवाद पर कोई टिप्पणी की गई है.
सांसद पप्पू यादव तेज प्रताप के फैसले के साथ
परिवार के सदस्यों के बयानों से यह साफ झलक रहा है कि कोई तेज प्रताप के पक्ष में नहीं है. भले इसको लेकर सियासत भी हो रही है लेकिन सांसद पप्पू यादव तेज प्रताप के समर्थन में हैं. यह पूरा विवाद सामने आने के बाद पप्पू यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ बयान दिया कि तेज प्रताप ने कोई बलात्कार नहीं किया है. बीजेपी में ऐसे-ऐसे नेता हैं जिनके ऊपर बलात्कार और ऐसे ही जघन्य आरोप हैं, क्या किसी को निकाला गया क्या?
फिलहाल इस पूरे विवाद के बाद और पार्टी-परिवार से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप यादव की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. हालांकि वह मालदीव से लौटने के बाद कहां हैं इसकी कोई पुष्टि तो नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि वह पटना में ही हैं. फिलहाल वह मीडिया के सामने आना नहीं चाहते. विवादों को और तूल नहीं देना चाहते हैं.