अगर आप इस बड़ा मंगल (Budha Mangal) पर उत्तराखंड के प्रसिद्ध कैंची धाम जाने की योजना बना रहे हैं, तो यात्रा शुरू करने से पहले कुछ जरूरी बातें जान लेना आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है।
नीम करोली बाबा का कैंची धाम न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर एक ऐसा स्थान है, जहां देश-विदेश से श्रद्धालु मनोकामना लेकर पहुंचते हैं। बड़े मंगल के मौके पर यहां विशेष भीड़ रहती है, ऐसे में आपको समय, मार्ग और व्यवस्था की जानकारी पहले से होनी चाहिए।
कैंची धाम पहुंचने का आसान रास्ता:
1. हवाई मार्ग से:
- निकटतम हवाई अड्डा: पंतनगर एयरपोर्ट (Pantnagar Airport)
- कैंची धाम की दूरी: लगभग 125 किलोमीटर
- एयरपोर्ट से टैक्सी या प्राइवेट कैब द्वारा 4 घंटे का सफर
2. रेल मार्ग से:
- निकटतम रेलवे स्टेशन: काठगोदाम रेलवे स्टेशन
- कैंची धाम की दूरी: लगभग 40 किलोमीटर
- स्टेशन से टैक्सी, बस या शेयरिंग कैब उपलब्ध
3. सड़क मार्ग से:
- दिल्ली से दूरी: लगभग 330 किलोमीटर
- रास्ता: दिल्ली → हल्द्वानी → भवाली → कैंची धाम
- भवाली से कैंची धाम मात्र 7 किमी दूर है
- रोड कंडीशन अच्छी है, लेकिन बड़े मंगल पर ट्रैफिक अधिक हो सकता है
सबसे सही समय:
- प्रातः 6:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक मंदिर दर्शन का सबसे अनुकूल समय है
- बड़े मंगल पर भारी भीड़ होती है, इसलिए सुबह जल्दी निकलना बेहतर रहेगा
- मंदिर 4 बजे तक खुला रहता है, लेकिन दर्शन के लिए सुबह का समय सबसे शांत और सकारात्मक होता है
महत्वपूर्ण सुझाव:
- पूजा के लिए प्रसाद, नारियल, लाल कपड़ा और फूल स्थानीय दुकानों से ले सकते हैं
- भीड़ को देखते हुए अपने साथ पानी और कुछ हल्का नाश्ता रखें
- मंदिर परिसर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है, गंदगी न फैलाएं
- मोबाइल नेटवर्क कुछ स्थानों पर कमजोर हो सकता है, जरूरी नंबर पहले से नोट कर लें
विशेष मान्यता:
ऐसा माना जाता है कि बड़ा मंगल के दिन यहां की गई पूजा और सेवा का फल कई गुना अधिक मिलता है। नीम करोली बाबा के भक्तों का विश्वास है कि यहां आने से मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं।