भारत की बेटियां आज हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है नंदिनी अग्रवाल की, जिन्होंने महज 19 साल की उम्र में चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) बनकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। नंदिनी को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला सीए बनने का गौरव प्राप्त हुआ है।
कम उम्र में असाधारण सफलता
नंदिनी ने 13 साल की उम्र में 10वीं कक्षा और 15 साल की उम्र में 12वीं की परीक्षा पास कर ली थी। इसके बाद उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) की कठिन परीक्षा की तैयारी शुरू की। जुलाई 2021 में आयोजित सीए फाइनल परीक्षा में 800 में से 614 अंक (76.75%) प्राप्त कर उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की।
भाई के साथ बनी सफलता की मिसाल
खास बात यह है कि नंदिनी के भाई सचिन अग्रवाल ने भी उसी वर्ष CA परीक्षा पास की और ऑल इंडिया रैंक 18 हासिल की। दोनों ने साथ में पढ़ाई की और एक-दूसरे को लगातार मोटिवेट किया। यह भाई-बहन की जोड़ी देशभर में चर्चा का विषय बनी।
परिवार का मिला पूरा समर्थन
नंदिनी के पिता नरेश चंद्र गुप्ता टैक्स प्रैक्टिशनर हैं और मां डिंपल गुप्ता गृहिणी हैं। परिवार ने नंदिनी को हर मोड़ पर सहयोग दिया। नंदिनी का कहना है कि कठिन समय में उनके भाई ने उनका हौसला बढ़ाया और उन्हें कभी हार नहीं मानने दी।
गिनीज बुक में नाम दर्ज
नंदिनी को हाल ही में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की ओर से प्रमाण पत्र दिया गया, जिसमें उन्हें “World’s Youngest Female Chartered Accountant” घोषित किया गया। यह न केवल मुरैना जिले बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।
प्रेरणा स्रोत बनीं नंदिनी
आज नंदिनी लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। उन्होंने दिखा दिया कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत निरंतर हो, तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।