उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अनोखी और पर्यावरण अनुकूल पहल की घोषणा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी किया है कि राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों को अब गाय के गोबर से बने पेंट से रंगा जाएगा। इस फैसले का उद्देश्य न केवल प्राकृतिक संसाधनों को बढ़ावा देना है, बल्कि गो-आधारित अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करना है।
क्या है गोबर से बने पेंट की खासियत?
गाय के गोबर से तैयार यह पेंट पूरी तरह से इको-फ्रेंडली, गंध-रहित, और बायोडिग्रेडेबल होता है। इसे ‘खादी प्राकृतिक पेंट’ के नाम से भी जाना जाता है और इसकी खासियतें हैं:
- फंगल और बैक्टीरिया से सुरक्षा
- दीवारों को ठंडा रखने की क्षमता
- लागत में कमी (रासायनिक पेंट की तुलना में सस्ता)
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा
CM योगी की सोच
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लंबे समय से गौ-संवर्धन और स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रहे हैं। इस पहल के पीछे उनका उद्देश्य है:
- गौशालाओं में रह रही गायों के गोबर का व्यावसायिक उपयोग
- खादी और ग्रामोद्योग को प्रोत्साहन
- सरकारी भवनों की सुंदरता और स्वच्छता में सुधार
कहां से आएगा पेंट?
इस पेंट की आपूर्ति खादी ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) द्वारा की जाएगी, जो पहले से ही ‘खादी प्राकृतिक पेंट’ का उत्पादन कर रहा है। राज्य सरकार ने KVIC से समन्वय कर इसकी आपूर्ति और प्रशिक्षण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
ग्रामीणों को मिलेगा रोजगार
इस पहल से ग्राम स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे, क्योंकि गोबर संग्रहण, पेंट निर्माण और सप्लाई चेन में बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी संभव है।
उत्तर प्रदेश सरकार का यह फैसला देश के अन्य राज्यों के लिए एक मॉडल बन सकता है, जो पर्यावरण संरक्षण, ग्रामीण विकास और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने का संतुलित प्रयास है।