अवैध रूप से भारत में रह रहे पाकिस्तान के नागरिकों को उनके देश वापस भेजे जाने की समय सीमा खत्म हो गई है. लेकिन प्यार में पागल पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर अभी तक भारत छोड़ कर नही गई है। वही सीमा हैदर की बेटी को भारतीय नागरिकता मिलने की संभावना बढ़ गई है। उनके वकील एपी सिंह के अनुसार, उत्तर प्रदेश सरकार ने सीमा की नवजात बेटी “भारती मीणा” का जन्म प्रमाण पत्र जारी कर दिया है, जो भारतीय नागरिकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
सीमा हैदर की पृष्ठभूमि
सीमा हैदर, पाकिस्तान के सिंध प्रांत की निवासी थीं। उन्होंने पाकिस्तान में ही हिंदू धर्म अपना लिया था और बाद में नेपाल में भारतीय नागरिक सचिन मीणा से हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह किया। इसके बाद, वह अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत आईं और उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के रबूपुरा इलाके में रहने लगीं। यहां उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया, जिसका नाम “भारती मीणा” रखा गया है।
वकील की दलीलें
एपी सिंह का कहना है कि सीमा हैदर ने पाकिस्तान में अपने पहले पति से तलाक ले लिया था और भारत में हिंदू धर्म अपनाकर सचिन मीणा से विवाह किया। उनकी बेटी का जन्म प्रमाण पत्र उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी किया गया है, जिसमें सीमा और सचिन को माता-पिता के रूप में दर्शाया गया है। यह दस्तावेज सीमा की भारतीय नागरिकता की दावेदारी को मजबूत करता है।
मानवीय आधार पर अपील
हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने देश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वापस जाने का अल्टीमेटम दिया था। इस संदर्भ में सीमा हैदर के भारत में रहने को लेकर भी सवाल उठे। हालांकि, उनके वकील एपी सिंह ने कहा कि सीमा को पहलगाम हमले से जोड़ना गलत है और उनके मामले को मानवीय आधार पर देखा जाना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि सीमा ने केंद्र सरकार से भारत में रहने की अपील की है और उनके सभी दस्तावेज जांच एजेंसियों के पास हैं।
सीमा हैदर की बेटी को भारतीय जन्म प्रमाण पत्र मिलने से उनकी नागरिकता की दावेदारी को बल मिला है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि भारत सरकार इस मामले में क्या निर्णय लेती है।