पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद भारत ने जो रणनीति अपनाई है, उसका नाम ही दुश्मनों के लिए डर का दूसरा नाम बन गया है ‘ऑपरेशन नो एंट्री’। अब भारत ने न सिर्फ पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया है, बल्कि वायुसेना और नौसेना की गतिविधियों में असामान्य तेजी से ऐसा संकेत मिल रहा है कि कुछ बड़ा होने वाला है।
तीनों सेनाएं अलर्ट मोड में:
सरकारी सूत्रों के अनुसार, तीनों सेनाओं को सीमाओं पर “फुल एक्टिव स्टेट” में रखा गया है। खासतौर से भारतीय वायुसेना को पाकिस्तानी गतिविधियों पर सतत नजर रखने और किसी भी घुसपैठ पर त्वरित जवाब देने का निर्देश मिला है। आसमान में गश्त कर रहे लड़ाकू विमान और एडवांस वॉर रडार सिस्टम पूरी तरह सक्रिय हैं।
समंदर में दिखी हलचल:
भारतीय नौसेना ने अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में अपने युद्धपोतों की संख्या बढ़ा दी है। समुद्री सीमा पर खास निगरानी अभियान चलाया जा रहा है। कोई भी संदिग्ध पोत या नाव दिखते ही उसे रोकने और जांचने का आदेश है। INS विक्रांत जैसे एयरक्राफ्ट करियर भी हाई अलर्ट पर हैं।
LOC और LAC पर भी कड़ा पहरा:
लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पर कमांडो यूनिट्स की तैनाती बढ़ा दी गई है। स्नाइपर्स, सर्विलांस ड्रोन, और थर्मल इमेजिंग डिवाइसेज के जरिए हर हरकत पर नजर रखी जा रही है। सेना को ‘रोकने नहीं, जवाब देने’ की छूट दी गई है।
डिप्लोमैटिक लेवल पर भी दबाव:
भारत, पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने में भी जुटा है। UN और G20 मंचों पर इस विषय को उठाने की योजना तैयार है। भारत की कोशिश है कि पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग कर दिया जाए।
जनता को सतर्क रहने की अपील:
गृह मंत्रालय ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध वस्तु या गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। रेलवे स्टेशनों, एयरपोर्ट्स और बाजारों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
‘ऑपरेशन नो एंट्री’ सिर्फ एक रणनीति नहीं, बल्कि पाकिस्तान को चेतावनी है, अब भारत चुप नहीं बैठेगा। हर सीमा पर नजर है, और हर दिशा से जवाब तैयार है। आसमान में मंडराया खतरा अब पाकिस्तान के लिए एक स्पष्ट संकेत है: भारत अब सिर्फ सहने वाला देश नहीं रहा।