जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले को लेकर एक बड़ी और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। जांच एजेंसियों ने खुलासा किया है कि इस हमले की साजिश लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ सैफुल्लाह कसूरी ने रची थी। हमले को अंजाम देने के लिए सैफुल्लाह ने पांच प्रशिक्षित आतंकियों की टीम को तैयार किया और उन्हें खास मिशन पर घाटी में भेजा गया।
आतंकियों को मिली थी खास ट्रेनिंग
जांच में यह भी पता चला है कि इन आतंकियों को सीमापार पाकिस्तान में खास तौर पर ट्रेनिंग दी गई थी। सैफुल्लाह कसूरी ने खुद इनकी मॉनिटरिंग की और इन आतंकियों को पहलगाम जैसे टूरिस्ट हॉटस्पॉट को निशाना बनाने का आदेश दिया। इसका मकसद था कश्मीर में डर का माहौल बनाना और सुरक्षा तंत्र को चुनौती देना।
हमले में इस्तेमाल हुए हथियार भी पाकिस्तानी
फॉरेंसिक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि हमले में जिन हथियारों का इस्तेमाल किया गया, वे सभी पाकिस्तान में निर्मित थे। इसके साथ ही सुरक्षा एजेंसियों को आतंकियों के पास से GPS डिवाइस, सैटेलाइट फोन और भारी मात्रा में गोला-बारूद भी मिला है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि यह एक प्री-प्लान्ड हमला था।
कसूरी का नेटवर्क सक्रिय
सैफुल्लाह कसूरी फिलहाल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में छिपा हुआ है और वहां से अपने नेटवर्क को ऑपरेट कर रहा है। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने उसकी लोकेशन ट्रैक कर ली है और सरकार जल्द ही इस पर कड़ा एक्शन लेने की तैयारी में है।
सुरक्षा एजेंसियों की जवाबी कार्रवाई
इस हमले के बाद सुरक्षा बलों ने कश्मीर घाटी में बड़े स्तर पर कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है। अब तक दो आतंकियों को मार गिराया गया है जबकि बाकी की तलाश जारी है। सुरक्षाबलों को स्थानीय खुफिया इनपुट्स के आधार पर यह भी पता चला है कि कुछ आतंकी नागरिकों की आड़ में छिपे हुए हैं।