भारत की बेटी जिया राय ने एक बार फिर दुनिया को दिखा दिया कि अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी बाधा रास्ता नहीं रोक सकती। सिर्फ 16 साल की उम्र में, जिया ने इंग्लिश चैनल को पार कर दुनिया की सबसे युवा और सबसे तेज़ पैरा तैराक बनने का गौरव हासिल कर लिया है। ये सफर सिर्फ पानी का नहीं, बल्कि आत्मविश्वास, संकल्प और संघर्ष की गहराइयों से होकर निकला।
जिया का सफर आत्मबल की मिसाल
जिया को ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर है, लेकिन इस चुनौती को उन्होंने कभी अपने सपनों के बीच नहीं आने दिया। महाराष्ट्र के नौसेना स्कूल में पढ़ने वाली जिया ने बचपन से ही पानी से खास लगाव रखा। अपने पिता, जो नेवी में कार्यरत हैं, से उन्हें अनुशासन और हिम्मत की प्रेरणा मिली।
इंग्लिश चैनल को पार करने का रोमांच
इंग्लिश चैनल दुनिया की सबसे कठिन ओपन वॉटर स्विमिंग लोकेशनों में गिना जाता है। तेज़ हवाएं, ठंडा पानी और मजबूत जलधारा इसे और चुनौतीपूर्ण बनाते हैं।
- जिया ने सिर्फ 14 घंटे 10 मिनट में इंग्लिश चैनल पार किया,
- जिससे वह दुनिया की सबसे तेज़ पैरा स्विमर बन गईं जिसने इतनी कम उम्र में यह कारनामा किया।
पहले भी कर चुकी हैं कई रिकॉर्ड अपने नाम
- गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा तक 36 किमी की स्विमिंग
- कन्याकुमारी से धनुषकोडी तक की लंबी दूरी
- विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेता
सम्मान और सराहना
भारत सरकार और खेल मंत्रालय की ओर से जिया को कई मंचों पर सम्मानित किया गया है। उन्हें “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” की ब्रांड एंबेसडर के रूप में भी चुना गया है।
माँ-बाप और कोच की भूमिका
जिया के माता-पिता और कोच की मेहनत और समर्थन उनके इस सफर में बेहद अहम रहे। पिता मदन राय, जो इंडियन नेवी में कार्यरत हैं, ने कहा, “जिया ने हर उस धारणा को तोड़ा है जो लोग दिव्यांग बच्चों को लेकर बनाते हैं। वह सिर्फ हमारी नहीं, पूरे देश की प्रेरणा है। जिया राय आज सिर्फ एक नाम नहीं, एक आशा की लहर है उन हजारों दिव्यांग बच्चों के लिए जो समाज की सीमाओं से परे उड़ान भरना चाहते हैं।