सोने की कीमतों ने इस साल एक नया इतिहास रच दिया है। पहली बार सोने का दाम ₹94,000 प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया है। यह बढ़ोतरी निवेशकों और बाजार विशेषज्ञों के अनुमान से भी ज्यादा तेज़ रही है। इस साल अब तक सोना ₹18,327 महंगा हो चुका है, जिससे यह साफ संकेत मिल रहा है कि सोने में अभी और तेजी देखने को मिल सकती है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर
सोने की कीमतों में इस उछाल के पीछे वैश्विक बाजार में अस्थिरता, अमेरिकी डॉलर में कमजोरी और जियोपॉलिटिकल तनाव जैसे कारण प्रमुख माने जा रहे हैं। इसके साथ ही अमेरिका में ब्याज दरों में संभावित कटौती की अटकलें भी सोने को मजबूती दे रही हैं।
घरेलू मांग में इजाफा
भारत में भी आभूषणों की मांग में तेजी, शादी-विवाह के सीज़न और त्योहारों के कारण सोने की खरीदारी बढ़ी है। इसके अलावा रुपये की कमजोरी ने भी आयातित सोने को महंगा बना दिया है।
निवेशकों की पहली पसंद
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव और आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प बनकर उभरा है। यही कारण है कि निवेशक बड़ी मात्रा में सोने की ओर रुख कर रहे हैं।
साल के अंत तक ₹1.10 लाख तक जा सकता है भाव
जानकारों के मुताबिक, अगर मौजूदा हालात ऐसे ही बने रहते हैं तो साल 2025 के अंत तक सोना ₹1.10 लाख प्रति 10 ग्राम के स्तर को भी छू सकता है। इसके पीछे प्रमुख कारणों में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी, महंगाई दर और वैश्विक राजनीतिक हालात शामिल हैं।
सोने के दाम बढ़ने से आम उपभोक्ता खासकर शादी-ब्याह की तैयारियों में लगे लोग चिंतित हैं। हालांकि जिन निवेशकों ने पहले निवेश किया था, उनके लिए यह फायदे का सौदा साबित हो रहा है।