नाइट शिफ्ट में काम करने से सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है।

देर रात तक जागने से हार्मोनल बदलाव होते हैं।

यह बदलाव शरीर की इम्यूनिटी को कमजोर करते हैं।

रिसर्च से पता चला है कि इससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

मेलाटोनिन हार्मोन की कमी भी इसका एक कारण हो सकती है।

नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं में इसकी मात्रा घट जाती है।

डॉक्टरों के अनुसार, नाइट शिफ्ट में काम करने वालों को हेल्थ चेकअप कराते रहना चाहिए।

संतुलित दिनचर्या और पर्याप्त नींद इस खतरे को कम कर सकती है।