पितृपक्ष की शुरुआत 17 सितंबर से हो रही है और समापन 2 अक्टूबर को होगा।
16 दिनों में लोग अपने पूर्वजों की पूजा करते हैं और उन्हें तर्पण देते हैं।
इस दौरान नई चीज़ें खरीदना अशुभ माना जाता है।
पितृपक्ष में नई चीज़ें खरीदने से पितर नाराज हो सकते हैं।
कहा जाता है कि पितृपक्ष में खरीदी गई चीज़ें पितरों को समर्पित होती हैं।
उन चीज़ों में प्रेतों का अंश होता है, इसलिए इन्हें जीवित लोगों के लिए उपयोग करना सही नहीं होता।